देश-दुनिया में साइंस स्टूडेंट्स और एक्सपर्ट्स प्रोफेशनल्स के लिए ‘फोटोनिक्स’ नया शब्द नहीं है लेकिन, शायद कम ही कॉमन लोग यह शब्द और इसकी उपयोगिता के बारे में अच्छी तरह जानते हों. दरअसल, आजकल के मॉडर्न लाइफस्टाइल में विभिन्न फोटोनिक्स टेक्नोलॉजीज़ का इस्तेमाल हम अपनी डेली लाइफ में लगातार करते हैं. सबसे पहले, 1960 के दशक में लेज़र रेज़ के अविष्कार के साथ ही विश्व में फोटोनिक्स साइंस और टेक्नोलॉजीज़ की शुरुआत हो गई थी. जब वर्ष, 1970 के दशक में भारत सहित पूरी दुनिया में टेलीकम्यूनिकेशन का प्रसार बढ़ा तो हमारी डेली लाइफ में फोटोनिक्स टेक्नोलॉजी का प्रवेश और इस्तेमाल काफी व्यापक स्तर पर शुरू हो गया जिसके अनेक उदाहरण निम्नलिखित हैं:
बारकोड स्कैनर, प्रिंटर, रिमोट कंट्रोल डिवाइसेस, CD/ DVD, माइक्रोवेव, लेज़र सर्जरी, टैटू रिमूवल, वेल्डिंग, ड्रिलिंग, कटिंग, स्मार्ट कंस्ट्रक्शन स्ट्रक्चर्स, एविएशन में फोटोनिक जाइरोस्कोपेस, मिलिट्री और डिफेन्स में माइन लेइंग एंड डिटेक्शन, लेज़र शोज़, बीम इफेक्ट्स और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे अनेक महत्त्वपूर्ण और जरुरी इक्विपमेंट्स और उनके इस्तेमाल हम अपने दैनिक जीवन में बहुतायत में करते ही रहते हैं.
फोटोनिक्स की जानकारी और इसके उपयोग
फोटोनिक्स वास्तव में ‘प्रकाश का विज्ञान’ अर्थात साइंस ऑफ़ लाइट है. इसमें लाइट या प्रकाश के विभिन्न अणुओं अर्थात फोटोन्स और लाइट वेव्स (प्रकाश की तरंगों) का पता लगाने के साथ-साथ उन्हें जनरेट और कंट्रोल करने की टेक्नोलॉजी को शामिल किया जा सकता है. आजकल फोटोन्स का इस्तेमाल यूनिवर्स को एक्सप्लोर करने के साथ-साथ विभिन्न बीमारियों के इलाज और क्राइम्स को सॉल्व करने के लिए भी किया जाता है. फोटोनिक्स गामा रेज़, रेडियो वेव्स, X-रेज़, UV और इंफ्रारेड लाइट के साथ बड़े स्तर पर वेवलेंथ में विविधता की खोज करता है ताकि मानव सभ्यता के कल्याण के लिए फोटोनिक्स का बेहतरीन उपयोग किया जा सके.
फोटोनिक्स के लिए जरुरी क्वालिफिकेशन और योग्यता
हमारे देश में किसी मान्यताप्राप्त एजुकेशनल बोर्ड से साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स) के साथ कम से कम 50 फीसदी मार्क्स सहित अपनी 12वीं क्लास पास करने वाले स्टूडेंट्स अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं. भारत में फोटोनिक्स की फील्ड में निम्नलिखित एजुकेशनल कोर्सेज में स्टूडेंट्स एडमिशन ले सकते हैं:
- डिप्लोमा – फोटोनिक्स या ऑप्टो-इलेक्ट्रॉनिक्स
- बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग – फोटोनिक सिस्टम
- बीएससी – फोटोनिक्स या ऑप्टो-इलेक्ट्रॉनिक्स
- एमएससी – फोटोनिक्स या ऑप्टो-इलेक्ट्रॉनिक्स
- एमटेक – फोटोनिक्स या ऑप्टो-इलेक्ट्रॉनिक्स
- एमफिल – फोटोनिक्स
- पीएचडी – फोटोनिक्स या ऑप्टो-इलेक्ट्रॉनिक्स
भारत में बहुत से कॉलेज और यूनिवर्सिटीज़ फोटोनिक्स को साइंस के एक इंटरडिसिप्लिरी विषय के तौर पर भी पढ़ाते हैं.
फोटोनिक्स के लिए टॉप इंडियन एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स
हमारे देश में कुछ प्रमुख एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स फोटोनिक्स में कई डिग्री/ डिप्लोमा कोर्सेज करवाते हैं जैसेकि:
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी(IIT), चेन्नई/ दिल्ली
- इंटरनेशनल स्कूल ऑफ़ फोटोनिक्स, कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (CUSAT)
- राजऋषि शाहू महाविद्यालय, फोटोनिक्स विभाग, लातूर, महाराष्ट्र
- मनिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, मनिपाल
- सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट(CEERI), पिलानी
फोटोनिक्स में साइंस स्टूडेंट्स के लिए करियर स्कोप
दुनिया भर में आज भी फोटोनिक्स स्पेशलिस्ट्स की कमी की वजह से संबंधित कंपनियों और इंडस्ट्रीज़ में इन पेशेवरों को तुरंत काम मिल सकता है. आमतौर पर विभिन्न कंपनियां और इंस्टीट्यूशन्स फोटोनिक्स स्पेशलिस्ट्स को साइंटिस्ट्स, तकनीशियन और इंजीनियर्स के तौर पर जॉब ऑफर करते हैं. इसी तरह, ये पेशेवर पीएचडी करने के बाद देश के विभिन्न कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज़ में टीचिंग भी कर सकते हैं. भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारों के साइंस से संबद्ध विभागों, नेशनल रिसर्च लेबोरेटरीज़ और फोटोनिक्स से संबद्ध विभिन्न इंडस्ट्रीज़ में भी ये पेशेवर फोटोनिक्स से संबंधित विभिन्न साइंस फ़ील्ड्स जैसेकि, लेज़र्स, नानोटेक्नोलॉजी, रेडिएशन ट्रीटमेंट, ऑप्टिकल मटीरियल्स और मेडिकल इमेजिंग में रिसर्चर, साइंटिस्ट या इंजीनियर आदि के तौर पर जॉब ज्वाइन कर सकते हैं.
भारत में फोटोनिक्स जॉब्स के लिए प्रमुख रिक्रूटर्स
हमारे देश में फोटोनिक्स की फील्ड से संबंधित पेशेवर निम्नलिखित टॉप कंपनियों में जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं:
- स्टर्लाइट ऑप्टिकल टेक्नोलॉजीज़ लिमिटेड, नई दिल्ली
- सहजानंद टेक्नोलॉजीज़ प्रिअव्ते लिमिटेड, सूरत
- एडवांस्ड फोटोनिक्स, मुंबई महाराष्ट्र
- क्वालिटी फोटोनिक्स प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद
- ईगल फोटोनिक्स, बैंगलोर/ चेन्नई
- ऑप्टीवेव फोटोनिक्स लिमिटेड, हैदराबाद
- जॉन एफ. वेल्श टेक्नोलॉजी सेंटर, बैंगलोर
फोटोनिक्स प्रोफेशनल्स की सैलरी
अगर हम यहां फोटोनिक्स की फील्ड से संबद्ध सैलरी पैकेज की चर्चा करें तो यकीनन इस फील्ड में साइंस स्टूडेंट्स के लिए करियर ग्रोथ की काफी आशाजनक संभावनाएं हैं क्योंकि हमारे देश में इस फ़ील्ड में विभिन्न पेशेवरों, रिसर्चर्स और साइंटिस्ट्स को काफी आकर्षक सैलरी पैकेज मिलते हैं. फ्रेश कैंडिडेट्स को शुरू के दिनों में एवरेज 25 – 30 हजार रुपये मासिक मिलते हैं. कुछ वर्षों के अनुभव के बाद ये पेशेवर हायर लेवल पर एवरेज 8-10 लाख रुपये का सालाना सैलरी पैकेज ले सकते हैं. इन पेशेवरों के सैलरी पैकेज पर इन पेशेवरों की एजुकेशनल क्वालिफिकेशन, टैलेंट और रिक्रूटर कंपनी के फाइनेंशियल कंडीशन का भी सीधा असर पड़ता है.
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