चार भारतीयों – मिशी चौधरी, मनीष दहिया, संजय विजयकुमार और आरती विग को 8 जुलाई 2015 को अमेरिका के न्यूयॉर्क में जारी 2015 के एशिया 21 यंग लीडर्स क्लास में शामिल किया गया है.
ये सभी 32 युवा नेताओं ( 40 वर्ष से कम उम्र वाले) का हिस्सा होंगें जो 2015 के एशिया 21 यंग लीडर्स क्लास के लिए एशिया सोसायटी द्वारा उनके नेतृत्व विकास कार्यक्रम के लिए चुने गए थे.
चुने गए नेता एशिया 21 नेटवर्क का हिस्सा होंगे जहां उन्हें एशिया– प्रशांत क्षेत्र में सामाजिक–आर्थिक समस्याओं का समाधान खोजने को समर्पित गुरुओं और संभावित सहयोगियों का साथ मिलेगा.
एशिया 21 नेटवर्क में एशिया प्रशांत क्षेत्र के युवा नेता होंते हैं जो निजी, सरकारी और गैरलाभकारी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं.
मिशी चौधरीः टेक्नोलॉजी लॉयर (प्रौद्योगिकी वकील) और ऑनलाइन नागरिक अधिकार कार्यकर्ता SFLC.in की संस्थापक कार्यकारी निदेशक हैं. SFLC.in दिल्ली स्थित लोगों के कल्याण के लिए काम करने वाली कानूनी सेवा संगठन है. SFLC.in वकीलों, नीति विश्लेषकों, प्रौद्योगिकीविदों और छात्रों को डिजिटल दुनिया की स्वतंत्रता की रक्षा हेतु एक मंच प्रदान करता है.
मनीष दहियाः ये नोबल ग्रुप लिमिटेड में एनर्जी कॉमप्लेक्स के कार्यकारी निदेशक और ग्लोबल हेड हैं. इनका काम ऊर्जा की कमी से जूझ रही दुनिया की जरुरतों को पूरा करने पर फोकस करना है. यह संस्था अपनी मांगों के विकास के साथ जनता को बिजली की बुनियादी आवश्यकताओं को उपलब्ध कराने के दायित्व का संतुलन करता है.
संयज विजयकुमारः ये MobME वायरलेस सॉल्यूशंस– भारत के सबसे आकर्षक और नया मोबाइल वैल्यू–एडेड सेवा कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं. ये भारत के पहले सार्वजनिक–निजी भागीदारी के इन्क्यूबेटर के बोर्ड अध्यक्ष हैं. इसे केंद्र सरकार और निजी क्षेत्र की कंपनियां संयुक्त रूप से बढ़ावा देती है.
आरती विगः ये युनुस सोशल बिजनेस की भारतीय शाखा की सह–संस्थापक हैं. युनुस सोशल बिजनेस की स्थापना नोबल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद युनुस ने सामाजिक समस्याओं को हल करने के लिए निःस्वार्थ व्यापार हेतु किया था. ये प्रमुख अंतरराष्ट्रीय जूता कंपनी के लिए भारत के प्रमुख प्रबंधन संस्थान और एक सामाजिक व्यापार बाजार कंपनी के साथ मिलकर सामाजिक इन्क्यूबेटर प्रोग्राम बना रही हैं.
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