महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शपथ लेने के महज तीन दिन बाद ही अपने पद से इस्तीफा दे दिए है. फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने इस्तीफे की घोषणा की. अजित पवार ने भी 26 नवंबर 2019 को महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिए है. उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सौंप दिए है.
सुप्रीम कोर्ट ने 27 नवंबर 2019 को महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का आदेश दिया है. अजित पवार ने 23 नवंबर 2019 को बीजेपी को समर्थन देने का घोषणा किया था. उन्होंने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. महाराष्ट्र के राज्यपाल ने दवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई थी. राज्यपाल के फैसले को कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी.
दोनों मंत्रियों के इस्तीफे के साथ ही राज्य में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार का रास्ता साफ हो गया है. देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने बीजेपी को जनादेश दिया. फडणवीस ने कहा कि शिवसेना ने हमारे साथ चुनाव लड़ा था. राज्य की जनता ने सबसे ज्यादा सीटें बीजेपी को दी.
देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा अजित पवार ने सरकार बनाने में हमारा साथ दिया था. उन्होंने कहा कि अजित पवार ने मुझसे मुलाकात की और कहा कि वह इस गठबंधन में और नहीं रह सकते हैं. उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा दिया है. उन्होंने जब इस्तीफा दे दिया है तो अब हमारे पास बहुमत नहीं है.
यह भी पढ़ें:महाराष्ट्र सरकार गठन मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला, 27 नवबंर को हो फ्लोर टेस्ट
सुप्रीम कोर्ट का आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने 26 नवंबर 2019 को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को निर्देश दिया था कि वे 27 नवंबर 2019 को शाम पांच बजे तक विधानसभा में अपना बहुमत साबित करें. कोर्ट ने कहा कि बहुमत परीक्षण में देर होने से ‘खरीद फरोख्त’ की आशंका हो सकती है. कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि विधान सभा चुनाव के नतीजों की घोषणा हुए एक महीना हो गया लेकिन अभी तक अनिश्चितता बनी हुई है.
यह फैसला सुप्रीम कोर्ट के तीन जज जस्टिस एनवी रमन्ना, जस्टिस संजीव खन्ना एवं जस्टिस अशोक भूषण की बेंच ने सुनाया. कोर्ट के आदेश के अनुसार, पहले प्रोटेम स्पीकर सभी विधायकों को शपथ दिलाएंगे.
महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर 2019 को 288 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हुआ था. महाराष्ट्र का चुनाव परिणाम 24 अक्टूबर 2019 को घोषित किए गए थे. चुनाव परिणाम में बीजेपी को 105 सीटें, शिवसेना को 56 सीटें, एनसीपी को 54 सीटें और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं.
यह भी पढ़ें:RBI के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने इस्तीफा दिया
यह भी पढ़ें:बोलिविया में राजनीतिक संकट: मेक्सिको ने बोलीविया के पूर्व राष्ट्रपति इवो मोरालेस को शरण दी
Comments
All Comments (0)
Join the conversation