केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 10 दिसंबर, 2020 को आसियान के रक्षा मंत्रियों की मीटिंग-प्लस (ADMM-Plus) में भाग लिया और जैव-आतंकवाद के खतरों के समाधान के प्रयासों को जारी रखने की आवश्यकता बताई.
केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी को भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध के साथ-साथ हिंद-प्रशांत और दक्षिण चीन सागर में चीन के विस्तारवादी व्यवहार के रूप में देखा जा सकता है. अधिकारियों के अनुसार, चीनी रक्षा मंत्री वेई फ़ेंगहे भी इस वर्चुअल मीट में शामिल थे.
ADMM-प्लस के दौरान रक्षा मंत्री: मुख्य विशेषताएं
• आसियान के रक्षा मंत्रियों की मीटिंग-प्लस को संबोधित करते हुए, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वर्तमान क्षेत्रीय वातावरण के बारे में बात की, जिसमें तनाव स्पष्ट दिखाई दे रहा है.
• उन्होंने आसियान के नेतृत्व वाले मंच की भूमिका की सराहना की, जिसमें एशिया में सुरक्षा व्यवस्था के लिए क्रियाशीलता और संवाद को बढ़ावा देने में ADMM-प्लस का योगदान भी शामिल है.
• केंद्रीय मंत्री ने यह उल्लेख किया कि, क्षेत्र में समावेशन, स्वतंत्रता, खुलेपन के आधार पर चुनौतियों का सामूहिक रूप से जवाब देने की क्षमता इसके भविष्य को परिभाषित करेगी.
• समुद्री सुरक्षा, नियमों पर आधारित आदेश के लिए खतरों, आतंकवाद, साइबर अपराधों जैसी चुनौतियों को उजागर करते हुए, रक्षा मंत्री ने एक मंच से इन चुनौतियों का समाधान करने की आवश्यकता पर ध्यान दिलाया.
• उन्होंने यह उल्लेख भी किया कि, ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ जिसका अर्थ है ‘सब तरफ़ शांति होना’ और ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ जिसका अर्थ है ‘पूरा विश्व एक परिवार है’; भारतीय सभ्यता के मूल में है, इसलिए समानता, समावेशिता ऐसे सिद्धांत हैं जो इस अवधारणा को रेखांकित करते हैं.
• अपने संबोधन में, उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय तस्करी, जैव आतंकवाद, और महामारी को संबोधित करने के प्रयासों के लिए भी बल दिया.
कोविड -19 महामारी की चुनौतियों का सामना करने की आवश्यकता
रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में यह कहा कि, इन नई चुनौतियों के बीच, कोरोना वायरस महामारी ने दुनिया को बदल दिया है और हमारे लिए कई समस्याएं उत्पन्न कर दी हैं जिन्हें हमें दूर करना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि, महामारी का विनाशकारी प्रभाव अभी भी सामने है.
आसियान के रक्षा मंत्रियों की मीटिंग-प्लस के बारे में
यह रक्षा सहयोग, विकास, सुरक्षा को मजबूत करने, विकास और इस क्षेत्र में स्थिरता के लिए दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के एक संगठन - आसियान और इसके 8 संवाद साझेदारों का एक मंच है.
ADMM-प्लस में 10 देशों के अलावा, चीन, ऑस्ट्रेलिया, भारत, रूस, जापान, न्यूजीलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका और कोरिया गणराज्य भी शामिल हैं. वर्ष, 2010 में, हनोई में इस मीटिंग का उद्घाटन सत्र बुलाया गया था.
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