15th President of India: द्रौपदी मुर्मू 21 जुलाई, 2022 को भारत की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में चुनी गईं। वह भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन गई हैं। देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति बनी द्रौपदी मुर्मू। वह वर्तमान राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का स्थान लेंगी, जिनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
Defence Min Rajnath Singh congratulates #DroupadiMurmu on being elected the President.
— ANI (@ANI) July 21, 2022
"She has been active in working for welfare of villages, poor, deprived. Rising amidst them she has reached highest constitutional post today. This is the proof of power of India's democracy" pic.twitter.com/4uNaeKcpSY
I heartily congratulate #DroupadiMurmu on her victory in Presidential Election 2022. I hope—indeed,every Indian hopes—that as 15th President she functions as Custodian of Constitution without fear or favour. I join fellow countrymen in extending best wishes to her: Yashwant Sinha pic.twitter.com/ncJCddJRQ6
— ANI (@ANI) July 21, 2022
द्रौपदी मुर्मू ने 5, 77,777 वोटों के साथ 15वां राष्ट्रपति चुनाव जीता, उन्होंने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराया। वोट स्पष्ट रूप से मुर्मू के पक्ष में थे, जिसमें भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में शिवसेना और नवीन पटनायक की बीजद सहित कई अन्य पार्टियों ने उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया था।
भारत के राष्ट्रपति का चुनाव कौन करता है?
भारत के राष्ट्रपति का चुनाव निर्वाचक मंडल के सदस्यों द्वारा किया जाता है। जिसमें निर्वाचक मंडल के सदस्य होते है लोकसभा और राज्यसभा के निर्वाचित सदस्य और इसके साथ सभी विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य। सांसद और राज्य विधानसभाओं के नामित सदस्यों को छोड़कर।
#WATCH | Celebrations break out outside NDA presidential candidate Droupadi Murmu's residence in Delhi as she crosses the 50% mark of the total valid votes at the end of the third round of counting in the election. pic.twitter.com/1uMpQKmSoq
— ANI (@ANI) July 21, 2022
भारत की 15वी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारें में कुछ महतवपूर्ण बातें
1. द्रौपदी मुर्मू पहली भारतीय आदिवासी राष्ट्रपति बनी|
2. उनका जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के उपरबेड़ा गांव में एक संथाली आदिवासी परिवार में हुआ था।
3. उन्होंने 1997 में राजनीति में प्रवेश करने से पहले एक स्कूल शिक्षक के रूप में शुरुआत की। उन्होंने अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, रायरंगपुर में सहायक प्रोफेसर के रूप में काम किया।
4. वह ओडिशा सरकार के सिंचाई विभाग में कनिष्ठ सहायक भी थीं।
5. उन्होंने 2015 से 2021 तक झारखंड की 9वीं राज्यपाल के रूप में कार्य किया।
6. वह भारत की पहली महिला आदिवासी राज्यपाल और ओडिशा की पहली महिला आदिवासी नेता बनीं जिन्हें भारतीय राज्य के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया।
7. उन्होंने भाजपा का प्रतिनिधित्व करते हुए रायरंगपुर निर्वाचन क्षेत्र से दो बार ओडिशा विधान सभा के सदस्य के रूप में कार्य किया।
8. उन्हें 2000 में रायरंगपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष के रूप में भी नियुक्त किया गया था।
9. उन्होंने भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया।
10. उन्होंने 6 मार्च, 2000 से 6 अगस्त, 2002 तक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य किया।
द्रौपदी मुर्मू का परिवार
द्रौपदी मुर्मू ने श्याम चरण मुर्मू नाम के एक बैंकर से शादी की थी। 2014 में उनका निधन हो गया। दंपति के दो बेटे और एक बेटी थी। हालांकि, उनके दोनों बेटों का भी निधन हो गया था। महज 4 साल में उन्होंने अपने पति और दो बेटों को खो दिया।
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