देश में इस समय कोविड-19 के दैनिक मामलों में काफी वृद्धि देखी जा रही है. भारत में सोमवार को कोविड-19 के दैनिक मामलों में लगभग 10% की वृद्धि देखी गयी है.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने देश में बढ़ते कोविड मामलों पर अपनी बात रखी है, साथ ही एसोसिएशन ने कोविड मामलों में हो रही वृद्धि के कारण भी बताये है. एसोसिएशन ने लोगों से संयम और स्वच्छता बनाये रखने की भी अपील की है.
#COVID CASES ARE RISING, BUT DON'T PANIC-MAINTAIN HYGIENE pic.twitter.com/RVmZyTxneq
— Indian Medical Association (@IMAIndiaOrg) April 10, 2023
तेजी से बढ़ रहे कोविड के मामलें:
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में सोमवार को 5,880 नए कोविड मामलें दर्ज हुए. जो पिछले दिन की तुलना में थोड़ा अधिक है. इसके साथ ही एक्टिव मामले वर्तमान में 6.91 प्रतिशत की दैनिक बढ़त दर के साथ 35,199 हैं, साथ ही इसकी साप्ताहिक बढ़त दर 3.67% है.
पिछले 24 घंटों में 3,481 लोग कोविड से ठीक भी हुए हैं, जिससे ठीक होने वालों की कुल संख्या 4,41,96,318 हो गई है.
दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में चार-चार लोगों की मौतें हुईं है जबकि गुजरात, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र और राजस्थान में एक-एक मौत हुई और केरल में दो लोगों की मौत हो गई.
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा साझा किए गए दैनिक स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत अब तक कोविड वैक्सीन की 220.66 करोड़ खुराक लोगों को दी जा चुकी है.
जीनोम टेस्टिंग पर जोर:
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया हाल ही में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक समीक्षा बैठक की. साथ ही उन्होंने 10 और 11 अप्रैल को सार्वजनिक और निजी अस्पतालों में मॉक ड्रिल आयोजित करने का आग्रह किया. इस मॉक ड्रिल से आशय यह है कि कोविड की संकटकालीन स्थिति के लिए हम कितने तैयार है. साथ ही केन्द्रीय मंत्री ने देश में जीनोम टेस्टिंग को बढ़ावा देने की भी बात कही जिससे नए किसी वैरिएंट का पता लगाया जा सके.
कोविड मामलों के बढ़ने के क्या है कारण?
नए कोविड वैरिएंट का है असर: भारत में कोविड के मामलें फिर से बढ़ने लगे है, जिसके पीछे कोविड के नए स्ट्रेन को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. नए स्ट्रेन पर मौजूदा टीके कितने प्रभावी होंगे ये अभी भी सवाल बना हुआ है. जिस कारण सरकार, जीनोम टेस्टिंग पर ज्यादा जोर दे रही है जिससे किसी भी नए स्ट्रेन के बारें में जल्दी से पता लगाया जा सके.
भारत में एक नए वैरिएंट XBB.1.16 के कारण भी कोविड मामलों में अचानक वृद्धि देखी जा रही है. इस वैरिएंट को आर्कटुरस के नाम से भी जाना जाता है.
कोविड-19 प्रतिबंधों में ढील: देश में कोविड 19 मामलों में हो रही वृद्धि के पीछे, कोविड-19 प्रतिबंधों में दी गयी ढील को जिम्मेदार माना जा रहा है. लोगों ने मास्क लगाना आमतौर पर कम कर दिया है. भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में भी लोग मास्क का उपयोग नहीं कर रहे है, जिस कारण देश में कोविड के मामलों में प्रतिदिन वृद्धि दर्ज हो रही है.
टेस्टिंग में कमी: देश में कोविड टेस्टिंग का औसत कम हुआ है जिस कारण कोविड के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. हमें एक्टिव मामलों का पता लगाने के लिए अधिक से अधिक टेस्टिंग की व्यवस्था करनी पड़ेगी. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री देश में बढ़ रहे कोविड मामलों पर नजर बनाये हुए है.
इसके साथ ही राज्यों ने एहतियात के तौर पर कोविड गाइडलाइंस जारी की हैं और मास्क को फिर से अनिवार्य कर दिया है.
राम मनोहर लोहिया अस्पताल में कोविड-19 मॉक ड्रिल का निरीक्षण किया और कोविड के प्रति तैयारियों का जायज़ा लिया
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) April 10, 2023
Visited RML Hospital to inspect COVID-19 mock drill. pic.twitter.com/ocUX7jhM8r
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