अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (IATA) की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2024 तक भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाज़ार बन जायेगा. वर्तमान में भारत वैश्विक विमानन बाज़ार में सातवें स्थान पर हैं. IATA की 24 अक्टूबर 2018 को जारी अगले 20 वर्ष के पूर्वानुमान रिपोर्ट में यह बात कही गयी है.
IATA रिपोर्ट से संबंधित मुख्य तथ्य:
• भारत 2020 तक जर्मनी और जापान को तथा 2023 तक स्पेन को पीछे छोड़ देगा. इसके बाद वर्ष 2024 के अंत तक वह ब्रटेन को पछाड़ कर तीसरे स्थान पर पहुँच जायेगा.
• भारत में वर्तमान में घरेलु हवाई यात्रियों की संख्या में 18.28% की दर से वृद्धि हो रही है, यह संख्या वर्ष 2018-19 में 243 मिलियन तथा वर्ष 2020 में 293 मिलियन तक पहुँच जाएगी.
• रिपोर्ट के अनुसार, शीर्ष दो स्थानों पर अमेरिका और चीन कायम रहेंगे लेकिन अगले दशक के मध्य तक अमेरिका को पछाड़कर चीन पहले स्थान पर होगा. इसमें वर्ष 2037 तक पहले तीन स्थान पर क्रमश: चीन, अमेरिका और भारत के बने रहने की बात कही गयी है, बशर्ते सरकारों की विमानन नीतियों में कोई खास बदलाव न हो.
• अंतर्राष्ट्रीय हवाई ट्रैफिक में वर्ष 2018 में 10.43% की वृद्धि हुई और यात्रियों की संख्या 65 मिलियन पहुँच गयी, वर्ष 2020 तक यह आंकड़ा 76 मिलियन तक पहुँच जायेगा.
• हवाई ट्रैफिक में अगले 20 वर्षों में सर्वाधिक वृद्धि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में होगी. हवाई यात्रियों की संख्या अगले 20 वर्षों में लगभग दोगुनी हो जाएगी.
वैश्विक विमानन बाज़ार में पहले स्थान पर:
वैश्विक विमानन बाज़ार में अमेरिका पहले स्थान पर, चीन दूसरे स्थान पर, ब्रिटेन तीसरे स्थान पर, स्पेन चौथे स्थान पर,, जापान पांचवे स्थान पर और जर्मनी छठे स्थान पर है.
नागर विमानन महानिदेशालय के आंकड़ों के अनुसार:
नागर विमानन महानिदेशालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में घरेलू मार्गों पर हवाई यात्रियों की संख्या सितम्बर 2014 से सितम्बर 2018 तक लगातार बढ़ी है. वर्ष 2014 में जहां कुल छह करोड़ 73 लाख 83 हजार यात्रियों ने उड़ान भरी थी, वहीं इस साल जनवरी से सितम्बर के बीच ही उनकी संख्या 10 करोड़ 27 लाख 93 हजार पर पहुंच गयी है. इस वर्ष सालाना वृद्धि दर 20.94 प्रतिशत रही है.
हवाई यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी:
आईएटीए के अनुसार वर्ष 2017 के आंकड़ों की तुलना में वर्ष 2037 में भारत में हवाई यात्रियों की संख्या सालाना संख्या 57 करोड़ 20 लाख पर पहुंच जाएगी. इनमें 41 करोड़ 40 लाख नए यात्री शामिल होंगे.
रोजगार का अवसर:
वर्ष 2037 तक दुनिया भर में हवाई यात्रियों की संख्या 10 अरब 30 करोड़ पर पहुंच जाएगी. वैश्विक विमानन बाजार 76 खरब डॉलर का होगा और इस क्षेत्र में 11 करोड़ 90 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा.
अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (आईएटीए):
• यह अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइन्स के लिए एक व्यापार संघ है. अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन संघ 120 देशों के 280 अनसूचित अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन्स का एक समूह है.
• आईएटीए की स्थापना वर्ष 1945 में की गयी थी. IATA का मुख्यालय कनाडा के मोंट्रियल में स्थित है.
• यह संगठन हवाई यात्रा क्षेत्र से सम्बंधित नीति तथा मानक तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसके अतिरिक्त यह संगठन कई क्षेत्रों में प्रशिक्षण भी उपलब्ध करवाता है.
• अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन संघ का मुख्य कार्य अन्तर-वायु कंपनी मामलों में सहयोग स्थापित करना है. इसके अलावा इसका काम लोगों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से सुरक्षित, निश्चित, विश्वसनीय तथा आर्थिक रूप से व्यवहार्य वायु सेवाएं सुनिश्चित करना है.
• यह एयर-कॉमर्स को प्रोत्साहित करने के साथ ही एयर-कॉमर्स की सभी समस्याओं का अध्ययन करने का काम भी करती है.
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