भारत और नेपाल ने 15 जून 2020 को पशुपतिनाथ मंदिर परिसर के बुनियादी ढांचे में सुधार हेतु एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. नेपाल को संघीय मामलों के मंत्रालय और भारतीय दूतावास के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये है.
भारतीय दूतावास की ओर से जारी बयान के अनुसार, इसे नेपाल-भारत मैत्री विकास साझेदारी के तहत उच्च प्रभाव वाली सामुदायिक विकास परियोजना (एचआइसीडीपी) के तौर पर वित्तीय मदद दी जाएगी. पशुपति क्षेत्र विकास ट्रस्ट (पीएडीटी) ने अक्टूबर 2019 में परियोजना प्रस्ताव दूतावास को भेजा था.
भारत सरकार 2.33 करोड़ रूपये देगी
नेपाल से चल रहे तनाव के बावजूद भारत ने यहां विश्व प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में 2.33 करोड़ रुपये की लागत से स्वच्छता केंद्र के निर्माण की प्रतिबद्धता जताई है. भारत ने स्वच्छता केंद्र के लिए 3.72 करोड़ नेपाली रुपये (2.33 करोड़ भारतीय रुपये) की आर्थिक सहायता देने की प्रतिबद्धता जताई है. इसका क्रियान्वयन काठमांडू महानगरीय शहर नेपाल सरकार के निर्धारित नियमों के अनुरूप 15 माह में करेगा.
परियोजना का उद्देश्य
आधिकारिक बयान के अनुसार श्रद्धालुओं के लिए इस पवित्रस्थल पर इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करने के उद्देश्य से स्वच्छता केंद्र का निर्माण होगा. इस परियोजना का निर्माण ‘नेपाल-भारत मैत्री: विकास साझेदारी’ के तहत भारत के उच्च प्रभाव वाले सामुदायिक विकास योजना के तौर पर होगा.
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
पशुपतिनाथ मंदिर में स्वच्छता केंद्र के निर्माण के लिए भारतीय दूतावास, नेपाल का संघीय मामला मंत्रालय, सामान्य प्रशासन और काठमांडू महानगरीय शहर के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए. यह मंदिर यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के तहत भी सूचीबद्ध है. यह जानकारी भारतीय दूतावास की ओर से जारी बयान में दी गई.
पशुपतिनाथ मंदिर के बारे में
पशुपतिनाथ मंदिर नेपाल का सबसे बड़ा मंदिर परिसर है और बागमती नदी के दोनों तरफ फैला हुआ है जहां हर दिन नेपाल और भारत से हजारों श्रद्धालु आते हैं. नेपाल के एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बनने से पहले यह मंदिर राष्ट्रीय देवता, भगवान पशुपतिनाथ का मुख्य निवास माना जाता था.
यह मंदिर यूनेस्को विश्व सांस्कृतिक विरासत स्थल की सूची में सूचीबद्ध है. पशुपतिनाथ में आस्था रखने वालों को मंदिर परिसर में प्रवेश करने की अनुमति है. यह मंदिर नेपाल में शिव का सबसे पवित्र मंदिर माना जाता है. पशुपतिनाथ में शिवरात्रि का पर्व विशेष महत्व के साथ मनाया जाता है.
भारत-चीन विवाद
पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए भारत की तरफ से सहायता ऐसे समय में दी जा रही है, जब दोनों देशों के बीच सीमा विवाद बढ़ गया है. नेपाली संसद के निचले सदन ने भारत के उत्तराखंड के लिपुलेख, कालापानी और लिमपियाधुरा को अपने नए मानचित्र में शामिल करने हेतु संविधान में संशोधन के मकसद से एक विधेयक को सर्वसम्मति से पारित किया. भारत ने इस कदम को 'अस्वीकार्य' बताया है.
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