ईरानी विदेश मंत्रालय ने सोमवार, 22 नवंबर, 2021 को यह जोर देकर कहा कि, अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) को "ईरान के साथ तकनीकी सहयोग के रास्ते में रहना चाहिए."
चीन की समाचार एजेंसी सिन्हुआ का बयान
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने IRNA का हवाला देते हुए यह कहा है कि, मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खतीबजादेह ने अपनी साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि, संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था को "कुछ देशों को एजेंसी के नाम पर अपने राजनीतिक झुकाव और इरादों को आगे बढ़ाने की अनुमति नहीं देनी चाहिए".
खतीबजादेह ने आगे यह भी कहा कि, "हमने हमेशा तकनीकी ढांचे के भीतर इन मुद्दों को हल करने की कोशिश की है, क्योंकि हमने एजेंसी को उसी ढांचे के भीतर अपने काम को आगे बढ़ाने के लिए कहा है."
खतीबजादेह ने यह भी उल्लेख किया कि, ईरानी परमाणु सुविधाओं के खिलाफ तोड़फोड़ की कार्रवाई और आतंकवादी हमलों का "कुछ तकनीकी आयामों" पर "महत्वपूर्ण प्रभाव" पड़ा है और IAEA इस बारे में "अच्छी तरह से अवगत" है.
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ईरान की प्रतिक्रिया
ईरान ने जून के अंत में यह घोषणा की थी कि, उसका TESA संयंत्र, तेहरान के पश्चिम में करज शहर के पास एक अपकेंद्रित्र घटक निर्माण कार्यशाला है, जिसकी तोड़फोड़ के प्रयास का लक्ष्य था. कुछ दिनों बाद, ईरानी अधिकारियों ने इस हमले के लिए इज़राइल को दोषी ठहराया था.
सितंबर, 2021 में IAEA में ईरानी राजदूत ने यह कहा था कि, " इज़राइल के लिए बिना किसी लागत के और एजेंसी सहित अन्य दावेदार देशों द्वारा किसी भी उपाय के बिना तेहरान से उन निगरानी कैमरों को फिर से स्थापित करने की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए जो उक्त हमले में क्षतिग्रस्त हुए थे."
17 नवंबर, 2021 को IAEA ने लिखा कि ग्रॉसी ने "इस विचार को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया" कि IAEA के निगरानी कैमरों का इस्तेमाल तोड़फोड़ की साजिश में किया गया था.
पश्चिमी मीडिया द्वारा उद्धृत परमाणु निगरानी संस्था की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने IAEA से यह कहा है कि, वह "जांच कर रहा है कि क्या आतंकवादियों ने परिसर पर हमला करने के लिए एजेंसी के कैमरों का उपयोग किया है."
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