अभी हाल ही में इजरायल, जॉर्डन और यूंएई के बीच अपने क्षेत्र में उत्पन्न होने वाले जलवायु संकट से निपटने के लिए परस्पर क्षेत्रीय सहयोग के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किये गये हैं. इस समझौते के तहत हरित ऊर्जा विकल्पों को अपनाने पर जोर दिया जाएगा.
इजरायल के ऊर्जा मंत्रालय ने अपने एक बयान में यह कहा है कि, इजरायल, जॉर्डन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने जलवायु संकट के खिलाफ लड़ाई में क्षेत्रीय सहयोग के लिए एक 'ऐतिहासिक' समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.
क्षेत्रीय सहयोग समझौते के बारे में समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इस समझौते पर दुबई, संयुक्त अरब अमीरात में इजरायल के ऊर्जा मंत्री कैरिन एलहरर, संयुक्त अरब अमीरात के खाद्य और जल सुरक्षा मंत्री मरियम अलमहेरी और जॉर्डन के जल मंत्री मोहम्मद नज्जर द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे, जिसमें जलवायु के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति के विशेष दूत जॉन केरी भी उपस्थिति थे.
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इजरायल, जॉर्डन, यूएई के बीच हुए क्षेत्रीय सहयोग समझौते के बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारी
इस समझौते के एक हिस्से के रूप में, जॉर्डन नई भंडारण सुविधाओं से इज़राइल को 600 मेगावाट हरित बिजली का निर्यात करेगा, जो इस समझौते के तहत बनाई जाएगी.
इसके बदले में, इज़राइल में बनाई जाने वाली एक नई विलवणीकरण सुविधा से, इज़राइल जॉर्डन को 200 मिलियन क्यूबिक मीटर तक विलवणीकृत पानी के निर्यात पर विचार करेगा.
इस बयान में यह भी कहा गया है कि, "यह समझौता जलवायु संकट की चुनौतियों के साथ-साथ इस क्षेत्र में ऊर्जा सुरक्षा और पानी की आपूर्ति के लिए एक संयुक्त प्रतिक्रिया को सक्षम करेगा." इजरायली मंत्रालय ने यह बताया है कि, इजरायल और यूएई के बीच सितंबर 2020 में हस्ताक्षर किए गए सामान्यीकरण समझौते के कारण इस सहयोग को संभव बनाया जा सका.
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