मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने आपातकाल की घोषणा की. राष्ट्रपति द्वारा की गई घोषणा के उपरांत पूर्व राष्ट्रपति मौमूद अब्दुल गयूम को गिरफ़्तार कर लिया गया. मौमूद अब्दुल गयूम मौजूदा राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन को पद से हटाए जाने के लिए अभियान चला रहे थे.
मालदीव के राष्ट्रपति की ओर से जारी सूचना में कहा गया है, "मालदीव के अनुच्छेद 253 के तहत अगले 15 दिनों के लिए राष्ट्रपति अब्दुल्ला यमीन अब्दुल ग़यूम ने आपातकाल का एलान कर दिया है. इस दौरान कुछ अधिकार सीमित रहेंगे, लेकिन सामान्य हलचल, सेवाएं और व्यापार इससे बेअसर रहेंगे."
देश के मुख्य न्यायाधीश अब्दुल्ला सईद और सुप्रीम कोर्ट के एक अन्य न्यायाधीश को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. सुरक्षा बलों के माले स्थित शीर्ष अदालत परिसर पहुंचने के बाद पुलिस ने एक संक्षिप्त बयान में कहा कि न्यायमूर्ति अब्दुल्ला सईद और न्यायमूर्ति अली हमीद के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप हैं.
भारत सरकार की अपील
भारत सरकार ने भारतीय नागरिकों को मालदीव की गैर-जरूरी यात्रा नहीं करने की अपील की है तथा इस संदर्भ में एक सर्कुलर जारी किया है. इसके अलावा मालदीव में रह रहे भारतीयों को भी तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए सतर्क रहने की सलाह दी गई है. सरकार ने मालदीव में रह रहे भारतीय नागरिकों को बाज़ार और सार्वजनिक जगहों पर सतर्क रहने को कहा है.
मालदीव संकट क्या है?
• सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद सहित 9 लोगों के खिलाफ दायर एक मामले को खारिज कर दिया गया था. अदालत ने इन नेताओं की रिहाई के आदेश भी जारी किये थे.
• मौजूदा सरकार ने इस आदेश को मानने से मना करते हुए इन्हें रिहा करने से मना कर दिया, जिसके चलते सरकार और कोर्ट के मध्य तनाव उत्पन्न हो गया.
• मालदीव के राष्ट्रपति ने तुरंत 15 दिनों के लिए आपातकाल की घोषणा कर दी जिसके चलते नागरिकों के सभी अधिकार खत्म कर दिए गए हैं. सुरक्षा बलों को किसी की भी जांच और गिरफ्तारी करने का अधिकार दिया गया है.
• पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद मालदीव के पहले निर्वाचित नेता हैं जो फिलहाल निर्वासित जीवन व्यतीत कर रहे हैं.
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