आधार कार्ड आम जनता के लिए शीघ्र ही एक यूनिवर्सल पेमेंट आईडी बन सकता है. केंद्र सरकार शीघ्र ही 'भीम' यानी भारत इंटरफेस फॉर मनी (BHIM) ऐप के माध्यम से पेमेंट्स हेतु एक फीचर लॉन्च करनेकी तैयारी में है.
मुख्य तथ्य-
- इस ऐप में उपभोक्ता को 12 अंकों का आधार नंबर डालना होगा.
- इस प्रकार के ट्रांजैक्शंस, जिनमें इंटरफेस फॉर मनी (BHIM) ऐप पर आधार कार्ड एक पेमेंट आईडी (ID) के रूप में सूचित होगा.
- इस प्रक्रिया में किसी तरह के बायोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन या बैंक के साथ पहले से रजिस्ट्रेशन या यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) की आवश्यकता नहीं होगी.
- इंटरफेस फॉर मनी (BHIM) ऐप को ज्यादा लोकप्रिय बनाने हेतु केंद्र सरकार द्वारा यह कदम उठाया जा रहा है.
- भारत की लगभग एक तिहाई आबादी के पास आधार नंबर हैं, जो उनके बैंक खातों से भी जोड़ दिए गए हैं.
प्रयोग विधि-
- यूआईडीएई (UIDAI) बैंकों और नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के साथ मिलकर इस पर काम कर रहा है.
- यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) के चीफ एग्जिक्यूटिव अजय भूषण पांडेय के अनुसार लगभग 38 करोड़ लोगों ने पहले ही अपने बैंक खातों को आधार के साथ लिंक कर दिया है और वे खुद को रजिस्टर किए बिना यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) ऐप से सीधे पेमेंट रिसीव कर सकते हैं.
- भारत इंटरफेस फॉर मनी (BHIM) ऐप किसी मोबाइल नंबर को पैसा भेजने की सहूलियत देता है और प्राप्तकर्ता को पेमेंट स्वीकार करने के लिए यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के साथ रजिस्टर्ड होना जरूरी होता है.
- यह प्रक्रिया अशिक्षित लोगों को हतोत्साहित कर सकती है, आधार के जरिए कोई व्यक्ति (बड़ा सर्विस प्रोवाइडर या प्लंबर या कारपेंटर जैसा इंडीपेंडेंट सर्विस प्रोवाइडर) बैंक खाता आधार से लिंक होन एपर अपनी सेवाओं हेतु सीधे अपने बैंक खातों में पेमेंट्स प्राप्त कर सकता है.
- अभी तक भारत इंटरफेस फॉर मनी (BHIM) ऐप पर पांच पेमेंट ऑप्शंस- मोबाइल नंबर, बैंक एकाउंट या आई एफ एस सी (IFSC) कोड और अन्य- हैं.
- शीघ्र ही भारत इंटरफेस फॉर मनी (BHIM) ऐप पर आधार नंबर छठवां ऐसा ऑप्शन होगा. आधार को एक पेमेंट ऐड्रेस बनाना इस प्लान का एक हिस्सा है.
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