विश्व की दिग्गज सॉफ्टवेयर निर्माता कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने रियल टाइम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए प्रोजेक्ट ब्रेनवेयर की शुरुआत की. यह एक गहन-शिक्षा त्वरण मंच है जहां इस बारे में शोध की जाएगी.
यह लॉन्च इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वर्तमान समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रभाव बढ़ता जा रहा है. विभिन्न क्षेत्रों जैसे डाटा स्ट्रीम से जुड़े विडियो, सेंसर स्ट्रीम, सर्च तथा उपयोगकर्ताओं से संपर्क करना आदि पहले की अपेक्षा काफी महत्वपूर्ण हो गया है.
प्रोजेक्ट ब्रेनवेयर जो कि एक बड़े क्षेत्रीय प्रोग्रामेबल गेट ऐरे ढांचे का उपयोग करता है. माइक्रोसॉफ्ट इस ढांचे को पिछले कुछ वर्षों से उपयोग कर रहा है.
मुख्य बिंदु
• यह बेहद-कम विलंबता की सहायता से सिग्नल प्राप्त करके तेज़ी से अनुरोधों को संसाधित कर सकता है.
• यह कॉम्प्लेक्स, मेमोरी-इंटेंसिव मॉडलों जैसे लॉन्ग-शॉर्ट टर्म मेमरीज़ को जूस थ्रूपुट के बैचिंग का उपयोग किए बिना संभाल सकता है.
• प्रोजेक्ट ब्रेनवॉव सिस्टम आर्किटेक्चर विलंबता को कम कर देता है, क्योंकि इसके सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू) को आवक अनुरोधों को संसाधित करने की आवश्यकता नहीं होती है.
• इस प्रणाली को जटिल मॉडल की एक विस्तृत श्रृंखला में उच्च वास्तविक प्रदर्शन को प्राप्त करने के लिए आर्किटेक्ट किया गया है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई)-
इसका अर्थ है कंप्यूटरिकृत सिस्टम जो कृत्रिम रूप से सोचने, समझने एवं सीखने की क्षमता रखता हो जैसे की मानव रखते हैं. यह व्यक्ति की जरुरत के मुताबिक उसे जानकारी अथवा वस्तु उपलब्ध कराता है. रोबोट, फेसबुक पर दिखने वाली फ्रेंड सजेशन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ही भाग हैं.
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