राष्ट्रीय अनुसंधान विकास निगम (एनआरडीसी) ने 12 अप्रैल 2016 को मेसर्स रेनबो एग्रोलाइफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कुडप्पा आंध्र प्रदेश के साथ शहतूत की बीमारी के प्रबंधन के लिए पौध पादन आधारित सूत्रीकरण –‘एनईएमएचएआरआई’ के वाणिज्यिकरण के लिए समझौता किया.
- पौध पादन आधारित सूत्रीकरण को केंद्रीय रेशम अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान द्वारा विकसित किया गया है.
- एनआरडीसी को भारत तथा विदेश में तकनीकी जानकारी के वाणिज्यिककरण के लिए नोडल एजेंसी बनाया गया है.
- कंपनी की योजना डीलरों के नेटवर्क के जरिये विश्व के सभी रेशम उत्पादन क्षेत्रों तक इस टेक्नोलॉजी को ले जाने और रेशम विभाग तथा विभिन्न राज्यों के अन्य संबद्ध विभागों के जरिये प्रोत्साहित करने की है.
- एनआरडीसी का यह प्रयास भारत सरकार के मेक इन इंडिया मिशन में सहायक है.
- समझौते पर एनआरडीसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. एच.पुरुषोत्तम तथा मेसर्स रेनबो एग्रीलाइफ इंडिया लिमिटेड तथा श्री डी.बी.सुब्बा रेयाडू ने हस्ताक्षर किए.
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