राष्ट्रीय कमोडिटी और डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स) ने 14 जनवरी 2018 को भारत के पहले ग्वार ऑप्शंस बीजों को लॉन्च किया. यह भारत के सबसे बड़े कृषि उत्पादों का बाज़ार है. इससे किसान कीमत बढ़ने के खतरे से स्वयं को बचा सकेंगे.
एनसीडीईएक्स प्लेटफॉर्म राजस्थान के कुछ समुदायों में बड़ी संख्या में अनौपचारिक व्यापार केंद्र के साथ पहले से ही अनौपचारिक ऑप्शंस ट्रेडिंग के रूप में शामिल है. एनसीडीईएक्स का यह उपक्रम किसानों को अपनी उपज से ज्यादा पैसा कमाने में मदद करेगा.
किसानों के पास इस आर्थिक साधन के जरिए व्यापार करने का बेहतर विकल्प होगा. यह ऑप्शन किसानों के लिए जोखिम का स्तर कम करेगा, जिससे उन्हें अपने उत्पाद की बेहतर कीमत मिल सकेगी.
कार्यक्रम के दौरान एक वीडियो प्रसारित किया गया जिसमें बताया गया कि इस पहल के जरिए किसानों को अपनी उपज के बेहतर दाम मिलेंगे और यह ग्राहकों के लिए भी उचित दरों पर उपलब्ध होगी. इससे किसानों को अपनी फसल के कम दाम कभी नहीं मिलेगें बल्कि कीमत बढ़ने के बाद उन्हें भी उसके बढ़े दाम मिल सकेंगे. इस तरह कीमतों में उतार-चढ़ाव के बावजूद यह टूल किसानों के लिए हर लिहाज से फायदेमंद रहेगा.
कमोडिटी ऑप्शंस क्या है?
• कमोडिटी ऑप्शंस एक प्रकार का वायदा है जो खरीददारी का एक विकल्प प्रदान करता है.
• इसके तहत यह आवश्यक नहीं कि किसी भी दाम पर या तय वक्त से पहले वह खरीदने या बेचने का फैसला लें.
• कॉल ऑप्शन फ्यू्चर के तहत बढ़ते दाम से सुरक्षा के लिए हेजिंग की जा सकती है जिसमें असीमित मुनाफे का मौका होता है.
• इसके अतिरिक्त पुट ऑप्शन के तहत सीमित मुनाफे की संभवना के साथ गिरती कीमतों से सुरक्षा मिलती है.
लाभ
कमोडिटी बाजार में कीमतों में उतार-चढ़ाव मौसम में बदलाव, सप्लाई और डिमांड कम या ज्यादा होने, ग्लोबल हालात, नीतिगत बदलाव और आर्थिक आंकड़ों के कारण होता है. एनसीडीईएक्स पर ग्वार में ऑप्शंस एग्री कमोडिटी में ट्रेडिंग का नया विकल्प है. यह एनसीडीईएक्स पर सबसे ज्यादा कारोबार वाली कमोडिटी है. ग्लोबल ग्वार मार्केट में भारत की 85 फीसदी हिस्सेदारी है.
ऑप्शंस से वायदा बाजार की तुलना में व्यापार करना सुगम होगा. इससे किसानों का नुकसान कम और मुनाफा अधिक होने की संभावनाएं हैं. कमोडिटी में हेजिंग का बेहतर विकल्प मौजूदा है, हालांकि किसान इसका फायदा उठा सकें इसके लिए किसानों में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है.
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