केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार, 24 नवंबर, 2021 को जम्मू-कश्मीर में कुल 257 किमी की लंबाई और 11,721 करोड़ रुपये की राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन किया है. इन सड़क परियोजनाओं में कुछ खंडों का उन्नयन के साथ ही वायडक्ट्स और सुरंगों का निर्माण कार्य शामिल है.
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का संबोधन: प्रमुख विशेषताएं
- गडकरी ने इस अवसर पर यह कहा कि, उनके मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद, उन्होंने ऐसा महसूस किया कि, जम्मू-कश्मीर के दौरे के दौरान लोगों को सड़कों के अभाव में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. उन्होंने डोडा में उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में यह कहा कि, “तीन गलियारों पर काम चल रहा है. NH-44 (जम्मू-उधमपुर-रामबन-अनंतनाग) को वन मंजूरी, भूस्खलन सहित कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा और फिर ठेकेदार को भी बदलना पड़ा, लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि यह काम दो साल के भीतर पूरा हो जाएगा और जिससे जम्मू से श्रीनगर के लिए चार घंटे की यात्रा हो जायेगी”. उन्होंने आगे यह भी कहा कि, एनएच-244 (जम्मू-उधमपुर, चेनानी-नाशरी टनल-डोडा-किश्तवाड़-अनंतनाग) और एनएच 144 (जम्मू-अखनूर-नौशेरा- राजौरी-बुफलियाज- शोपियां-श्रीनगर) पर भी काम चल रहा है.
- गडकरी ने फिर कहा कि, वे तीनों कॉरिडोर परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं. "इसी तरह, जम्मू में रिंग रोड परियोजना पर काम जोरों पर है और जल्द ही पूरा हो जाएगा." उन्होंने यह भी बताया कि, श्री माता वैष्णो देवी के आधार शिविर कटरा में इंटर मॉडल स्टेशन का निर्माण किया जाएगा.
- गडकरी ने अपने संबोधन में इस बात का भी उल्लेख किया कि, जम्मू-कश्मीर में सड़कें और संबद्ध सुविधाएं स्विट्जरलैंड, लंदन और अमेरिका से मेल खायेंगी. उन्होंने फिर यह कहा कि, दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे दोनों गंतव्यों के बीच यात्रा के समय को आधा से छह घंटे तक कम कर देगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने किया फार्मास्युटिकल क्षेत्र के पहले ग्लोबल इनोवेशन समिट का उद्घाटन
- गडकरी ने कहा कि, एशिया की सबसे बड़ी सुरंग का निर्माण लद्दाख के जोजिला में किया जा रहा है. “हमने 5,000 करोड़ रुपये बचाए और इसके साथ ही, एक भी ठेकेदार को टेंडर लेने के लिए मंत्रालय में नहीं आना पड़ा. भ्रष्टाचार मुक्त प्रणाली, तेजी से निर्णय लेने की प्रक्रिया और पारदर्शिता हमारी सरकार के बेंचमार्क हैं. उन्होंने आगे यह भी कहा कि, इस सुरंग से लेह से श्रीनगर तक की यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा. गडकरी ने कहा कि, "हमारे पास (इलेक्ट्रिक) बसें हैं जो 600 किमी से अधिक तक चल सकती हैं."
Comments
All Comments (0)
Join the conversation