Noida International Airport: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर के जेवर में नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का शिलान्यास किया. इसी के साथ यूपी अब 5 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा. जेवर में बन रहा यह एयरपोर्ट दिल्ली-एनसीआर में दूसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा और इसके बनने के बाद इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दबाव भी कम हो जाएगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में जितनी तेजी से एविएशन सेक्टर में वृद्धि हो रही है. भारतीय कंपनियां सैकड़ों विमानों को खरीद रही हैं, उनके लिए भी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की बड़ी भूमिका होगी. ये एयरपोर्ट विमानों के रखरखाव और मरम्मत का सबसे बड़ा सेंटर होगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश-विदेश के विमानों को यहां से सर्विस मिलेगी और सैकड़ों युवाओं को रोजगार मिलेगा.
एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट
नोएडा एयरपोर्ट को एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट माना जा रहा है. एयरपोर्ट को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत विकसित किया जा रहा है. इस एयरपोर्ट का निर्माण कार्य स्विस कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड को मिली है.
निर्माण कार्य चार फेज में
नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पहले फेज का कार्य चल रहा है. इसका निर्माण कार्य चार फेज में पूरा होना है. जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के लिए 1334 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत की गई है. जमीन अधिग्रहण के दौरान इस परियोजना से प्रभावित परिवारों को जेवर के बांगर मे बसाया जा रहा है.
2024 में शुरू करने का लक्ष्य
एयरपोर्ट को वर्ष 2024 में शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है. पहले चरण की लागत लगभग 5730 करोड़ रुपए होगी. वहीं इसके लिए बैंक से 3725 करोड़ रुपये का लोन मिल चुका है. इस हवाई अड्डे के बनने के बाद इलाके की सूरत ही बदलने की उम्मीद है.
DGCA ने भी हवाई अड्डे को मंजूरी दी
बता दें कि नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण को मंजूरी दे दी है. नोडल अधिकारी ने बताया कि हवाई अड्डा निर्माण के लिए नागर विमानन महानिदेशालय ने हरी झंडी दे दी है. फिलहाल निर्माण स्थल को समतल करने और चारदीवारी बनाने का काम चल रहा है.
यूपी में अब पांच इंटरनेशनल एयरपोर्ट
उत्तर प्रदेश में अब पांच इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की राह पर है. यूपी में 2012 तक केवल दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे लखनऊ और वाराणसी थे. नोएडा इंटरनेशल एयरपोर्ट, जेवर पूरी तरह से डिजिटल होगा. इस एयरपोर्ट पर मुसाफिरों को कस्टमाइज्ड सुविधाएं मिलेंगी, यानी यात्रियों की जरूरत के हिसाब से सारी सुविधाएं दी जाएंगी.
2012 में केवल दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे
उत्तर प्रदेश में साल 2012 तक लखनऊ और वाराणसी में केवल दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे थे. कुशीनगर में तीसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उद्घाटन के बाद चालू हो गया, जबकि अयोध्या में हवाई अड्डे पर काम जोरों पर है. अगले साल की शुरुआत में इसके शुरू होने की उम्मीद है.
पांचवां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR)में नोएडा के पास जेवर में बनाया जाना है. इस हवाई अड्डे के पहले फेज में सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों की सेवा करने की क्षमता होगी और इसे 36 महीनों में पूरा किया जाना है.
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