भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) द्वारा 6 मार्च 2017 को जारी अधिसूचना के अनुसार बचत खाते एवं चालू खाते में बैंक द्वारा निर्धारित की गयी राशि से कम रकम होने पर जुर्माना देना होगा. यह नियम 1 अप्रैल 2017 से लागू होगा.
भारतीय स्टेट बैंक द्वारा जारी इस घोषणा से बैंक के करीब 31 करोड़ बचत बैंक खाता धारक प्रभावित होंगे. बैंक ने 1 अप्रैल 2017 से बचत बैंक खातों में न्यूनतम औसत राशि नहीं रखने पर 20 रुपये से 100 रुपये तक जुर्माना लगाने की घोषणा की गयी है जबकि चालू खाते के मामले में यह जुर्माना 500 रुपये तक होगा.
एसबीआई का नया नियम
• एसबीआई ने छह महानगरों की शाखाओं में बचत खातों में मासिक औसत राशि की सीमा सीमा 5,000 रुपये करने की घोषणा की गयी है.
• शहरी क्षेत्र के खाताधारकों के बचत खाते में यदि न्यूनतम राशि 5,000 रूपये का 75 प्रतिशत होगी तो 100 रूपये का शुल्क और सेवाकर जुर्माना स्वरूप देना होगा.
• यदि यही बकाया न्यूनतम राशि के 50 प्रतिशत अथवा उससे भी कम है तो ऐसी स्थिति में बैंक 50 रूपये और सेवाकर वसूला जायेगा.
• ग्रामीण क्षेत्रों की शाखाओं में यह जुर्माना 20 रुपये होगा.
• अर्द्ध शहरी क्षेत्रों के लिए यह जुर्माना 25 रुपये होगा.
• एसबीआई द्वारा पांच वर्ष बाद यह नियम फिर से लाया गया है.
• चालू खातों के मामले में यह शुल्क अधिकतम 20,000 रूपये भी हो सकता है.
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