टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 07 जुलाई 2021 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
केंद्र सरकार ने मछली पालक किसानों के लिए ‘मत्स्य सेतु’ ऐप पेश की
इस ऐप के माध्यम से किसानों को स्वच्छ जल में मछली पालन के तौर तरीकों को लेकर आधुनिक जानकारी दी गई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस ऐप को भाकृअनुप- केंद्रीय मीठाजल जीवपालन अनुसंधान संस्थान (भाकृअनुप -सीफा), भुवनेश्वर द्वारा हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड (एनएफडीबी) के वित्त पोषण समर्थन से विकसित किया गया है.
इस ऐप में मछली पालक किसानों को छोटे वीडियो के जरिए मिट्टी और पानी की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए बेहतर प्रबंधन, जलकृषि कार्यों में भोजन और स्वास्थ्य प्रबंधन का पालन करना सिखाया जाएगा. इस ऑनलाइन पाठ्यक्रम ऐप का मुख्य उद्देश्य देश के जलकृषकों के लिए नवीनतम स्वच्छ जल कृषि प्रौद्योगिकियों का प्रसार करना है.
IFFI का 52वां संस्करण 20 नवम्बर से गोवा में होगा शुरू, यहां जानें सबकुछ
इस महोत्सव का आयोजन गोवा में होने वाला है. इस महोत्सव का आयोजन भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के फिल्म महोत्सव निदेशालय (डीएफएफ) द्वारा गोवा की राज्य सरकार और भारतीय फिल्म उद्योग के सहयोग से किया जाएगा.
भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव को एशिया के सबसे पुराने और भारत के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में से एक माना जाता है. हर साल फिल्म महोत्सव के दौरान कुछ बेहतरीन फिल्मों को सराहा जाता है और भारत एवं विश्व भर की सर्वश्रेष्ठ फिल्में दिखाई जाती हैं.
दिलीप कुमार का 98 वर्ष की उम्र में निधन, जानें उनके बारे में सबकुछ
अभिनेता पिछले कुछ दिनों से उम्र से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे थे और उन्हें कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें 30 जून को मुंबई के हिंदुजा अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था. दिलीप कुमार के निधन से उनके फैंस के बीच शोक की लहर दौड़ गई है.
दिलीप कुमार ने अपने एक्टिंग की शुरुआत साल 1944 में फिल्म ज्वार भाटा से की थी. इसे बॉम्बे टॉकीज ने प्रोड्यूस किया था. लगभग पांच दशक के एक्टिंग करियर में 65 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. दिलीप कुमार का असली नाम मोहम्मद युसूफ खान था. उनका जन्म 11 दिसंबर 1922 को पाकिस्तान में हुआ था.
स्कूली छात्रों के लिए सैटेलाइट टीवी क्लासरूम संचालित करने में संसदीय पैनल की मदद करेगा इसरो
इसरो के वैज्ञानिक 02 जुलाई, 2021 को संसदीय स्थायी समिति के समक्ष उपस्थित हुए थे और स्कूल के छात्रों के लिए प्रस्तावित उपग्रह टीवी कक्षा (सैटेलाइट टीवी क्लासरूम) के बारे में एक विस्तृत प्रस्तुति दी थी.
शिक्षा के लिए संसदीय स्थायी समिति ने सैटेलाइट टीवी क्लासरूम की संभावना के बारे में पता लगाने का प्रयास किया, जो स्कूल-आधारित शैक्षिक कार्यक्रमों को प्रसारित करने में सक्षम हों. इसका फायदा छात्र क्लस्टर रूम में उठा सकेंगे और खासकर ग्रामीण इलाकों में, इससे स्मार्टफोन और डाटा कनेक्टिविटी की समस्या भी हल हो सकेगी.
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