केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने 5 सितंबर 2017 को ’मिशन परिवार विकास’ नामक एक केंद्रीय परिवार नियोजन पहल की शुरुआत की. इस योजना के तहत स्वास्थ्य मंत्रालय ने दो नए गर्भ निरोधकों, जिसमें 'अंतरा' कार्यक्रम के तहत इंजेक्शन गर्भनिरोधक एमपीए और गर्भनिरोधक गोली ‘छाया’ की शुरुआत की है.
ये गर्भ निरोधक वर्तमान में चिकित्सा महाविद्यालयों और जिला अस्पतालों में मुफ्त में उपलब्ध हैं. इस योजना को अबतक दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और गोवा सहित 10 राज्यों में शुरू किया गया है.
ये गर्भ निरोधक सुरक्षित और अत्यधिक प्रभावी हैं. 'अंतरा' इंजेक्शन तीन महीनों के लिए प्रभावी है तथा ‘छाया’ गोली एक सप्ताह के लिए प्रभावी है. यह दंपतियों की बदलती जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी, जिससे महिलाओं को उनकी गर्भधारण योजना में मदद मिलेगी.
उद्देश्य:
इस पहल का प्रमुख लक्ष्य बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना तथा गर्भनिरोधकों तक पहुंच में सुधार करना, सुरक्षा सुनिश्चित करना और उच्च गुणवत्ता वाले परिवार नियोजन सेवाओं को बेहतर बनाना है. मिशन परिवार विकास परिवार नियोजन पहल का मुख्य उद्देश्य 2025 तक कुल प्रजनन दर को 2.1 तक नीचे लाने का है. अपने निरंतर परिवार नियोजन प्रयासों के माध्यम से स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का उद्देश्य आधुनिक गर्भनिरोधकों के उपयोग को बढ़ाने के माध्यम से अपने लक्ष्य को प्राप्त करना है.
गर्भ निरोधकों की आपूर्ति और वितरण में सुधार लाने हेतु मंत्रालय की अन्य पहल:
• गर्भ निरोधकों की आपूर्ति और वितरण में सुधार लाने हेतु मंत्रालय ने हाल में ही एक नए सॉफ्टवेयर फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक्स इंफॉर्मेशन सिस्टम (एफपी-एलएमआईएस) की शुरुआत की है, जिसमें स्वास्थ्य सुविधाओं तथा गर्भ निरोधकों के बारे में पूरी जानकारी प्रदान की गई है.
• इसके अतिरिक्त मंत्रालय ने एक केंद्रीय परिवार नियोजन पहल- मिशन परिवार विकास की भी शुरुआत की है. यह मिशन देश के उच्चतम प्रजनन दर वाले 146 जिलों में लागू किया जा रहा है.
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