संयुक्त राज्य अमेरिका ने 14 जनवरी, 2021 को चीनी तेल दिग्गज - चीनी नेशनल ओवरसीज ऑयल कॉर्पोरेशन (CNOOC) को दक्षिण चीन सागर में अपने पड़ोसियों को डराने में चीन की मदद करने के लिए अपनी आर्थिक ब्लैकलिस्ट में शामिल कर लिया है.
अमेरिका ने सैन्य विमान इंजन जैसी सैन्य वस्तुओं को विकसित करने, उत्पादन करने या उन्हें मेंटेन रखने की क्षमता के कारण अपनी सैन्य एंड-यूजर (MEU) सूची में चीनी कंपनी स्काईरीज़ोन को भी शामिल किया है.
यह जानकारी अमेरिकी वाणिज्य सचिव विल्बर रॉस ने साझा की, जिन्होंने कहा कि, इन दोनों कंपनियों से अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है.
रॉस ने यह कहा कि "दक्षिण चीन सागर में चीन की लापरवाह और जुझारू कार्रवाइयां और सैन्यीकरण के प्रयासों के लिए संवेदनशील बौद्धिक संपदा और प्रौद्योगिकी हासिल करने के लिए उसका आक्रामक रवैया अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की सुरक्षा के लिए खतरा हैं."
CNOOC को काली सूची में क्यों डाला गया है?
चीनी कंपनी CNOOC कथित तौर पर PLA के लिए एक धमकाने वाले एजेंट के तौर पर कार्य करती है और अपने पड़ोसियों को डराने में मदद करती है. अमेरिकी वाणिज्य सचिव ने यह कहा कि, चीनी सेना दुर्भावनापूर्ण उद्देश्यों के लिए सरकारी नागरिक-सैन्य संलयन/ फ्यूजन नीतियों से लाभान्वित हो रही है.
स्काईरीज़ोन को ब्लैकलिस्ट में क्यों जोड़ा गया है?
स्काईरीज़ोन, जो एक चीनी राज्य के स्वामित्व वाली कंपनी है, कथित तौर पर विदेशी सैन्य प्रौद्योगिकियों को प्राप्त करने और स्वदेशी बनाने के अपने रवैये के कारण अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा और अमेरिका की विदेश नीति के हितों के लिए एक बड़ा खतरा है.
सैन्य /मिलिट्री एंड-यूज़र सूची में इस कंपनी को जोड़ने की कार्रवाई का उद्देश्य स्काईरीज़ोन के निर्यात समुदाय को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी से महत्वपूर्ण संबंध रखने के कारण चेतावनी देना है.
सैन्य /मिलिट्री एंड-यूज़र सूची क्या है?
यूएस मिलिट्री एंड-यूजर सूची उन विदेशी समूहों की पहचान करती है जो आइटम/ सामग्री प्राप्त करने से प्रतिबंधित हैं जब तक कि वे निर्यातक लाइसेंस हासिल नहीं कर लें. ये पार्टियां या समूह अमेरिकी सरकार द्वारा सैन्य एंड-यूजर के तौर पर निर्धारित की जाती हैं और चीन, रूस या वेनेजुएला में किसी सैन्य एंड यूज़/ सैन्य एंड-यूजर के लिए उपयोग या (उनके लिए) परिवर्तन करने के अस्वीकार्य जोखिम का प्रतिनिधित्व करती हैं.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation