भारत की अध्यक्षता में 9-10 सितंबर तक नई दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. यह सम्मेनल नई दिल्ली में अत्याधुनिक भारत मंडपम कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया जा रहा है. भारत मंडपम, नई दिल्ली के प्रगति मैदान में स्थित एक अत्याधुनिक कन्वेंशन सेंटर है.
भारत मंडपम कन्वेंशन सेंटर को विशेष रूप से तैयार किया गया है. इस समिट में दुनिया के कई देशों के नेता शामिल हो रहे है. इस बैठक में अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, बुनियादी ढांचे, सतत विकास जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.
Get a sneak peek into the delegation offices at the #G20 Summit!
— G20 India (@g20org) September 7, 2023
Here’s an exclusive preview by #G20India Chief Coordinator @harshvshringla. pic.twitter.com/r1s3WGPdS2
सम्मेलन में कौन भाग नहीं ले रहा?
इस सम्मेलन में कुछ देशों के शीर्ष नेता भाग नहीं ले रहे है.चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग इसमें शामिल नहीं हो रहे है, जिसकी अधिकारिक पुष्टि कर दी गयी थी.
स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज़ ने घोषणा की है कि वह कोविड-19 पॉजिटिव होने के कारण नई दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन में भाग नहीं ले पाएंगे. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी इस सम्मेलन में भाग ले रहे है.
क्या है भारत मंडपम?
भारत मंडपम, नई दिल्ली के प्रगति मैदान में स्थित एक अत्याधुनिक कन्वेंशन सेंटर है. जिसको देश में होने वाले बड़े आयोजनों के लिए डिज़ाइन किया गया है. जिसका उद्घाटन पीएम मोदी ने किया था. भारत मंडपम को एक राष्ट्रीय परियोजना के रूप में विकसित किया गया है.
G20 शिखर सम्मेलन के दौरान, भारत मंडपम में भारत और G20 के विशेष आमंत्रित लोगों सहित 29 देशों की विविध परंपराओं का प्रदर्शन करेगा. इस प्रदर्शन में भौतिक और आभासी प्रदर्शनियों को शामिल किया गया है.
07 पॉइंट्स में समझे भारत मंडपम को:
1. भारत मंडपम एक अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी-सह-सम्मेलन केंद्र (IECC) है, जिसे एक राष्ट्रीय परियोजना के तहत विकसित किया गया है. भारत मंडपम एक नया सम्मेलन काम्प्लेक्स है. इसे वैश्विक व्यापार सम्मेलन या किसी अन्य प्रकार के बड़े सम्मेलनों के लिए तैयार किया गया है.
2. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी साल 26 जुलाई को इस कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया था. इसमें एक कन्वेंशन सेंटर, प्रदर्शनी हॉल और एक एम्फीथिएटर सहित अत्याधुनिक सुविधाएं हैं. इसके बहुउद्देश्यीय हॉल और प्लेनरी हॉल की संयुक्त क्षमता ऑस्ट्रेलिया में सिडनी ओपेरा हाउस की क्षमता से अधिक है.
3. भारत मंडपम शब्द की उत्पत्ति भगवान बसवेश्वर के अनुभव मंडपम के विचार से हुई है, जो सार्वजनिक समारोहों के लिए एक मंडप था. भगवान बसवेश्वर एक हिंदू शैव, कल्याणी चालुक्य राजवंश के शासनकाल के दौरान समाज सुधारक थे.
4. इसका स्ट्रक्चर शंख के आकार से प्रेरित है. इनकी दीवारें और अग्रभाग भारत की पारंपरिक कला और संस्कृति के कई पहलुओं को दर्शाते है जिनमे 'सूर्य शक्ति', 'शून्य से इसरो' आदि शामिल है. सूर्य शक्ति सौर ऊर्जा के दोहन में भारत के प्रयासों पर प्रकाश डालती है. साथ ही 'पंच महाभूत', ब्रह्मांड के मूलभूत तत्वों का प्रतिनिधित्व करते हैं, उसमें आकाश, वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी शामिल है.
5. सरकार के एक बयान के अनुसार, इस कन्वेंशन सेंटर को बनाने में लगभग ₹2,700 करोड़ के साथ किया गया है. यह प्रमुख वैश्विक व्यापार गंतव्य के रूप में भारत की क्षमता को दर्शाता है.
6. यह कन्वेंशन सेंटर लगभग 123 एकड़ में फैला हुआ है. भारत मंडपम को भारत के सबसे बड़े एमआईसीई (बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियां) स्थल के रूप में विकसित किया गया है. यह परिसर विश्व स्तर पर शीर्ष प्रदर्शनी और सम्मेलन परिसरों में से एक है.
7. भारत मंडपम भवन का वास्तुशिल्प डिजाइन "भारत की समृद्ध परंपराओं" से जुड़ा हुआ है. यह आधुनिक सुविधाओं और समकालीन जीवन को अपनाते हुए देश की विरासत को प्रतिबिंबित करता है.
Welcome to Incredible India! 🙏✨
— G20 India (@g20org) September 7, 2023
With its rich culture, vibrant heritage & unparalleled hospitality, 🇮🇳 stands united in a heartfelt embrace to host global leaders & delegates for the #G20 Summit.#G20India pic.twitter.com/5P8IqnKxiK
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