मेटा के स्वामित्व वाले मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप ने यूजर्स के लिए नए सिक्यूरिटी फीचर्स लांच किये है जिनकी मदद से यूजर्स पहले से अधिक प्राइवेसी और सिक्यूरिटी कंट्रोल के साथ अपने मेसेज को भेज सकते है.
व्हाट्सऐप ने उपयोगकर्ताओं के चैट को और सिक्योर करने की कोशिश की है. जिस कारण उनकी चैट को किसी हैकर्स द्वारा हैक करना आसान नहीं होगा.
मोबाइल फोन हैकिंग के बढ़ते मामलों को देखते हुए व्हाट्सऐप के इन सिक्यूरिटी फीचर्स को महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
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लांच किये गए तीन नए सिक्यूरिटी फीचर्स:
व्हाट्सऐप यूजर्स के लिए मेटा ने तीन सिक्यूरिटी फीचर्स लांच किये है, जिसमें यूजर्स को हाई सिक्यूरिटी वाला डिवाइस वेरिफिकेशन फीचर, अकाउंट प्रोटेक्ट फीचर और ऑटोमेटिक सिक्योरिटी कोड का फीचर मिलेगा.
गौरतलब है कि व्हाट्सऐप दुनियाभर में सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला इंस्टैंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है. व्हाट्सऐप, यूजर्स के लिए सिक्योरिटी मैकेनिज्म बेहतर करने की लगातार कोशिश करता रहता है.
1. अकाउंट प्रोटेक्ट फीचर:
इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म ने यूजर्स के अकाउंट प्रोटेक्ट फीचर में एक नए लेयर को जोड़ा है. यूजर्स द्वारा अब किसी नए डिवाइस पर स्विच करते समय एक अतिरिक्त सिक्यूरिटी लेयर को फॉलो करना होगा. इस नए फीचर में यूजर्स के ओल्ड डिवाइस पर एक अलर्ट जायेगा कि क्या आप अपने अकाउंट को किसी अन्य डिवाइस पर स्विच करना चाहते है. पुराने डिवाइस से कन्फर्म अलर्ट मिलने के बाद ही नए डिवाइस पर लॉगइन किया जा सकता है.
2. डिवाइस वेरिफिकेशन:
इस नए व्हाट्सऐप फीचर में यूजर्स को डिवाइस हैक प्रोटेक्शन की सुविधा मिलेगी. वॉट्सऐप के अनुसार, मैलवेयर किसी भी स्मार्टफोन के लिए हमेशा ही खतरा बना रहता है. इस फीचर का मुख्य उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को मोबाइल डिवाइस मालवेयर से बचाना है.
इस फीचर के तहत वॉट्सऐप उपयोगकर्ताओं के एकाउंट्स को वेरीफाई करने के लिए एक नया चेक बॉक्स जोड़ा है, क्योंकि एडवांस अकाउंट टेकओवर टेक में मैलवेयर की हेल्प से किसी वॉट्सऐप एकाउंट्स को हैक किया जा सकता है. लेकिन इस चेक बॉक्स फीचर की मदद से यूजर्स के एकाउंट्स को और सिक्योर बनाया जा सकता है.
3. ऑटोमेटिक सिक्योरिटी कोड्स फीचर:
वैसे तो व्हाट्सऐप चैट्स एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के साथ होती है, इसका अर्थ यह होता है कि कोई तीसरा आपकी चैट को पढ़ नहीं सकता है. अब नए फीचर के तहत यूजर्स ऑटोमेटिक वेरिफाई कर सकते है कि उनकी चैट्स एन्क्रिप्टेड है भी या नहीं. साथ ही आप मैनुअल तरीके से यह भी पता कर सकतें है कि आपका कॉन्टैक्ट एन्क्रिप्शन का उपयोग कर रहा है या नहीं.
क्या है उद्देश्य?
इन सब नए फीचर का मुख्य उद्देश्य यूजर्स की प्राइवेसी को बनाये रखना है, साथ ही यूजर्स को उनकी चैट को कंट्रोल करने के लिए बेहतर विकल्प मिलता रहे. कंपनी की ओर से यह भी कहा गया है कि कंपनी व्हाट्सऐप चैट्स सिक्यूरिटी बढ़ाने के लिए नए टूल के डेवलपमेंट में हमेशा लगी हुई है.
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