अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने वर्ष 2012 हेतु भारत की आर्थिक विकास दर के पूर्वानुमान को घटाकर 4.9 प्रतिशत कर दिया. जबकि जुलाई 2012 में आईएमएफ ने 6.1 का पूर्वानुमान लगाया था. यह जानकारी 9 अक्टूबर 2012 को जारी की गई.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत में निवेश और व्यापार के गिरते माहौल, बढ़ती मुद्रास्फीति और पिछले कुछ महीनों में डॉलर के मुकाबले कमजोर होते रुपए को घटती विकास दर का कारण माना है.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के अनुसार पूरे एशिया में तो कीमतों में गिरावट दर्ज की जाएगी, लेकिन भारत में बढ़ती कीमतों का दबाव बना रहेगा.
साथ ही विकासशील एशिया में वास्तकविक जीडीपी विकास दर वर्ष 2012 में औसतन 6.7 प्रतिशत रहेगा और वर्ष के दूसरे भाग में इसके 7.25 प्रतिशत के दर से बढ़ने का अनुमान है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation