एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने एशियाई विकास दृष्टिकोण 2013 (Asian Development Outlook 2013) 9 अप्रैल 2012 को जारी किया. रिपोर्ट में वित्तवर्ष 2013-14 के दौरान भारत की वृद्धि दर बढ़कर छह प्रतिशत होने का अनुमान व्यक्त किया गया. भारत की वृद्धि दर के बढ़ने का कारण बाह्य मांग में बढ़ोत्तरी और सुधार प्रक्रिया में प्रगति का होना है.
एडीबी के एशियाई विकास आउटलुक (ADO) 2013 का अनुमान है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में क्षेत्रीय आर्थिक विकास दर वर्ष 2013 में 6.6% और वर्ष 2014 में 6.7% तक होने की है. वर्ष 2012 में यह विकास दर 6% थी. उपभोक्ता मूल्यों के लिए वृद्धि वर्ष 2013 में 4.0% और वर्ष 2014 में 4.2% होने का अनुमान है. जबकि वर्ष 2012 में यह 3.7% थी.
एशियाई विकास दृष्टिकोण 2013 की रिपोर्ट के अनुसार भारत में सुधार की जरूरत है जिससे ढांचागत दिक्कतों, घटते निवेश और बढ़ते चालू खाते के घाटे के कारण वृद्धि में आई नरमी की स्थिति में बदलाव लाया जा सके. यदि मानसून खराब रहा, राजकोषीय पुनर्गठन व सुधार की दिशा में प्रगति धीमी पड़ी और वैश्विक अर्थव्यवस्था में नरमी बरकरार रही तो वृद्धि उसके अनुमान से कम भी रह हो सकती है.
रिपोर्ट में वित्तवर्ष 2012-13 में भारत की वृद्धि दर पांच प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है जो पिछले एक दशक (2001-10) का न्यूनतम स्तर है. वित्तवर्ष 2012-13 में सेवा क्षेत्र में नरमी, कम खपत, निर्यात में कमी और मानसून में देरी के कारण कृषि वृद्धि में कमी के कारण आर्थिक वृद्धि प्रभावित हुई.
एडीबी ने वैश्विक परिदृश्य में सुधार और निर्यात में बढ़ोत्तरी की मदद से वित्तवर्ष 2014-15 में भारत की वृद्धि 6.5 प्रतिशत तक हो जाने का अनुमान व्यक्त किया.
रिपोर्ट में अग्रिम दो वर्षों (2014-16) में कुछ और सुधार होने की अनुमान व्यक्त किया गया है. एशियाई विकास दृष्टिकोण 2013 की रिपोर्ट के अनुसार वर्षा सामान्य होने पर कृषि क्षेत्र में तेजी आने और घरेलू व बाह्य मांग बढ़ने से निर्यात, उद्योग व सेवा क्षेत्रों में कारोबार का विस्तार होने की संभावना है.
विदित हो कि एशियाई विकास बैंक का मुख्यालय फिलीपींस की राजधानी मनीला में स्थित है.
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