कैलिफोर्निया तकनीकी संस्थान के वैज्ञानिकों ने एक कृत्रिम जेलीफिश तैयार की, जो हृदय रोगियों के लिए फायदेमंद है. इस कृत्रिम जेलीफिश का नाम मेडुस्वायड (Medusoid) रखा गया.
अनुसंधानकर्ताओं ने यह जेलीफिश सिलिकॉन एवं चूहों की हृदय कोशिकाओं से तैयार की. इसे और अधिक विकसित कर इंसानों के हृदय की तरह धड़कने में सक्षम बनाया जा सकता है. साथ ही इससे जैविक पेसमेकर को विकसित किया जा सकता है. प्रचलित पेसमेकर के मुकाबले इसके इस्तेमाल में विद्युत तरंगों की जरूरत नहीं पड़ेगी. इसका डिजाइन एक पंप की तरह है, जो इस तरह से बना है कि यह खुद से धड़कना शुरू कर दे. यह शोध नेचर बायोटेक्नोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित हुआ.
मेडुस्वायड में प्रोटीन की परत वाली आठ भुजाएं हैं. यह असली जेलीफिश की मांसपेशियों के समान होती है. यह पेसमेकर 6 से 10 वर्ष तक काम कर सकता है.
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