भारत तथा जी-4 समूह के अन्य तीन सदस्य (ब्राजील, जर्मनी और जापान) देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तत्काल सुधार के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए. यह सहमित संयुक्त राष्ट्र महासभा के 66वें वार्षिक अधिवेशन के दौरान मंत्रिस्तरीय बैठक में 23 सितंबर 2011 को न्यूयॉर्क में हुई. जी-4 के सदस्य देशों ने स्थायी और अस्थायी दोनों वर्गों में सुरक्षा परिषद के सदस्यों की संख्या बढ़ाने की जरूरत बताई.
जी-4 के अन्य तीन सदस्य देश ब्राजील, जर्मनी और जापान हैं. बैठक में भारत के विदेशमंत्री एसएम कृष्णा और समूह के अन्य देशों के विदेश मंत्रियों ने हिस्सा लिया. सुरक्षा परिषद में सुधार पर जी-4 देशों के बीच परामर्श जारी रखे जाने पर सहमति हुई.
जी-4 देशों ने 21 वीं शताब्दी के लिए सुरक्षा परिषद में सदस्यों की संख्या बढ़ाते हुए साझा दृष्टिकोण को महत्त्व दिया. स्थाई और अस्थाई दोनों वर्गों में सदस्यों की संख्या बढ़ाते समय अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा में उस देश के योगदान पर विचार किया जाना चाहिए तथा दोनों वर्गों में विकासशील देशों का प्रतिनिधित्व बढ़ाने की आवश्यकता है.
विदित हो कि जी-4 (G-4) ब्राजील, जर्मनी, भारत और जापान का समूह है. इसका उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीटों के लिए एक दूसरे का समर्थन करना है. जी-4 के प्राथमिक उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता प्राप्त करना है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation