देश में निर्मित पहली स्वदेशी पनडुब्बी का 6 अप्रैल 2015 को महाराष्ट्र के मझगांव डॉकयार्ड लिमिटेड(एमडीएल) पर जलावतरण किया गया.
इस पनडुब्बी को कलवरी नाम दिया गया है. कलवरी नामक इस पनडुब्बी को सितम्बर 2015 में भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.यह पनडुब्बी भारतीय नौसेना की परियोजना ‘परियोजना 75’ के तहत तैयार की गई है.यह पनडुब्बी फ्रांस की तकनीकी सहायता से निर्मित की गई है.
इस परियोजना के तहत फ़्रांस के सहयोग से 6 पनडुब्बियों का एक बेड़ा तैयार करने की योजना है. पाँच अतिरिक्त पनडुब्बियाँ 2020 तक एमडीएल, भारतीय नौसेना को देगा.
स्कॉर्पियन पनडुब्बी की विशेषता
•जल के अन्दर और जल की सतह से प्रहार करने में सक्षम.
•पानी के अन्दर सूचनाएं इक्कठा करने में, बारूद बिछाने में तथा स्टील्थ तकनिकी से लैस.
•पनडुब्बी के निर्माण में विशेष इस्पात का उपयोग किया गया है, जिससे यह अधिक बल सहन करने में और गहरा गोता लगाने में सक्षम है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation