ब्रिटेन के हाउस ऑफ कॉमन्स में 3 फ़रवरी 2015 को तीन लोगों के डीएनए से बच्चों के जन्म की अनुमति के हेतु ह्यूमन फर्टीलाइजेशन और भ्रूणविज्ञान अधिनियम (एचइफए), 1990 विधेयक के पक्ष में मतदान किया गया.
विवादास्पद माइटोकॉन्ड्रिया दान प्रक्रिया प्रस्ताव के पक्ष में 382 सांसदों ने वोट डाला जबकि 128 ने इसका विरोध किया.
इस प्रकिया में माता पिता से सामान्य डीएनए लेने की स्थिति में एक अन्य महिला डोनर के स्वस्थ एम (माइटोकॉन्ड्रियाल) डीएनए की थोडी मात्रा भी शामिल की जाएगी.
अब इस बिल को सिर्फ संसद के ऊपरी सदन लॉर्ड्स द्वारा पारित किया जाना है.
यदि यह बिल पारित हुआ तो ब्रिटेन दुनिया का ऐसा पहला देश होगा जहां माता, पिता और एक अन्य महिला डोनर के डीएनए से आइवीएफ बच्चे को जन्म देने की अनुमति होगी.
विधेयक का महत्व
इस तकनीक का उद्देश्य घातक आनुवांशिक रोगों को मां से बच्चे तक जाने से रोकना है. यह प्रक्रिया वंशानुगत समस्याओं में स्थायी परिवर्तन में मदद करेगी.
आईवीएफ कानून में परिवर्तन से दूसरी महिला के एम डीएनए के उपयोग से नुकसानदेह एमडीएनए अगली पीढ़ी में जाने के खतरे से ब्रिटेन की 2500 महिलाओं का बचाव किया जा सकता है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation