भारत और संयुक्त अरब अमीरात ने अक्षय ऊर्जा – विशेषकर सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने संबंधी समझौता ज्ञापन पर अबूधाबी में 18 जनवरी 2014 को हस्ताक्षर किए. इस पर भारत के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला और संयुक्त अरब अमीरात के मंत्री डॉ. सुलतान अहमद अल जाबेर ने हस्ताक्षर किए.
दोनों देशों ने आपसी हित के विषयों पर संयुक्त शोध के माध्यम से बेहतर समन्वय के लिए निम्नलिखित बिन्दुओं पर भी सहमति व्यक्त की.
• एक संयुक्त कार्य-समूह बनाना.
• वैज्ञानिक और तकनीकी कर्मियों का आदान-प्रदान और प्रशिक्षण.
• उपलब्ध वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी जानकारी तथा आंकड़ों को साझा करना.
• कार्यशालाओं, संगोष्ठियों और कार्य समूहों का आयोजन करना.
• गैर-वाणिज्यिक आधार पर तकनीकी जानकारी तथा प्रौद्योगिकी और उपकरणों के हस्तांतरण पर सहमति.
बैठक के दौरान चर्चा के बिंदु
बैठक के दौरान दोनों देशों ने निम्नलिखित बिन्दुओं पर भी चर्चा की.
• डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने संयुक्त अरब अमीरात के मंत्री को अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत द्वारा की गई प्रगति की जानकारी दी जिसमें जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय कार्य योजना के तहत वर्ष 2010 में आरंभ किए गए राष्ट्रीय सौर मिशन का विशेष उल्लेख किया गया.
• डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने दूरदराज और विद्युतीकरण न हो पाए इलाकों में ऊर्जा को बढ़ावा देने के भारत के प्रयासों की भी जानकारी दी.
विदित हो कि भारत के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने अंतरराष्ट्रीय अक्षय ऊर्जा एजेंसी (आईआरईएनए) के चौथे सम्मेलन में भाग लेने संयुक्त अरब अमीरात गए थे.
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