भारतीय शतरंज टीम ने 15 अगस्त 2014 को नॉर्वे के टॉम्सो में आयोजित 41वीं विश्व शतरंज ओलंपियाड में कांस्य पदक जीता. भारत ने उजबेकिस्तान को 3.5-0.5 से हराने के बाद कांस्य पदक पर कब्जा किया.
यह पहली बार है कि भारतीय शतरंज टीम ने पुरुषों और महिलाओं के दोनो वर्गों में शीर्ष 10 जगह बनाई. विश्व शतरंज ओलंपियाड प्रत्येक 2 वर्ष में एक बार आयोजित किया जाता है.
इसके अलावा भारत की महिला ग्रैंडमास्टर पद्मिनी राउत ने स्वर्ण पदक जबकि ग्रैंडमास्टर के शशिकरण ने रजत पदक जीता.
19वीं वरीयता प्राप्त भारतीय टीम रजत/कांस्य पदक के लिए हंगरी, रूस और अजरबेजान के साथ दूसरे-तीसरे स्थान पर थी. हालांकि, एक बेहतर टाई ब्रेकर स्कोर के आधार पर, हंगरी ने रजत एवं भारत ने रूस और अजरबैजान के स्थान पर कांस्य पदक जीता.
चीन की शतरंज टीम ने शतरंज ओलंपियाड के 11वें और अंतिम दौर में पोलैंड को 3 -1 से हराने के बाद स्वर्ण पदक जीता. इस प्रकार, चीन शतरंज ओलंपियाड में स्वर्ण पदक जीतने वाला पहला एशियाई देश बन गया जिसमें 71 देशों ने भाग लिया था.
पदक जीतने के साथ ही भारत ने अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में सुधार किया जिसमें भारत वर्ष 2004 स्पेन में आयोजित शतरंज ओलंपियाड में छठे स्थान पर रहा था.
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