रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की अध्यक्षता में 18 दिसंम्बर 2015 को रक्षा खरीद परिषद ने एयर-स्पेस की सुरक्षा करने वाली एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदने की मंजूरी दे दी. 23 दिसंबर को मोदी तीन दिवसीय रुस यात्रा पर रवाना होंगे.
पीएम की यात्रा के दौरान इस रक्षा सौदे पर हस्ताक्षार किए जा सकते है. इस डील की कीमत लगभग 30-32 हजार करोड़ रुपये है. भारत वायुसेना के लिए एस-400 मिसाइल की 05 (पांच) फायरिंग यूनिट रशिया से खरीदेगा. हाल ही रशिया ने इस मिसाइल सिस्टम को सीरिया में तैनात किया था.
मिसाइल के बारे में: मारक क्षमता-
- एंटी-बैलिस्टक एस-400, लंबी दूरी की मिसाइल 400 किलोमीटर की रेंज में किसी भी टारगेट को आसानी से लक्ष्य कर सकती है.
- रूस की एस-400 प्रणाली में अलग-अलग क्षमता की तीन तरह की मिसाइलें मौजूद है.
- एस-400 सुपसोनिक एयर डिफेंस सिस्टम में सुपरसोनिक एवं हाइपर सोनिक मिसाइलें होती हैं.
- यह आवाज की गति से भी तेज रफ्तार से हमला कर सकती है.
- एस-400 के लांचर से दुश्मन के विमान या मिसाइल पर तीन सेंकड में दो मिसाइलें छोड़ी जा सकती हैं. इससे छूटी मिसाइलें 5 किलोमीटर प्रति सेंकड की रफ्तार से छूटती हैं और 35 किलोमीटर की ऊंचाई तक वार कर सकती हैं.
- यह रडार की पकड में न आने वाली अमेरिकन एफ-35 फाइटर जेट को भी टारगेट कर सकती है.
- इसकी तैनाती के बाद भारत की उत्तरी, उत्तर पूर्वी और उच्चर पश्चिमी सीमा को जबरदस्त सुरक्षा मिलेगी. संभवतया भारत इस तरह की 6000 मिसाइलें रूस से खरीदेगा.
- इस उपयोगी मिसाइल सिस्टम को चीन ने भी इस रशिया से खरीदा है.
- 30 हजार करोड़ की एस-400 मिसाइल सिस्टम ग्लोबल टेंडर के तहत रशिया से खरीदी जायेगी.
अन्य सौदे: जिन्हें मंजूरी दी गई-
- इसके अलावा रक्षा खरीद परिषद ने एयरफोर्स के लिए 1200 करोड़ की 24 पिचोरा एयर-डिफेंस मिसाइल खरीदने की मंजूरी दी.
- पिचोरा भी रशियन मिसाइल है जो कम दूरी (25-30 किलोमीटर) के लिए इस्तेमाल की जाती है.
- भारतीय वायुसेना पहले से ही पिचोरा मिसाइल इस्तेमाल कर रही है.
- थलसेना के लिए मल्टीबैरल रॉकेट लांचर सिस्टम की 6 अतिरिक्त पिनाक मिसाइल रेजीमेटं तैयार करने की अनुमति दी है.
- पिनाक प्रणाली से पलक झपकते ही एक साथ कई रॉकेटों की बौछार की जा सकती है, जो 38 किलोमीटर के क्षेत्र में विध्वंस करने में सक्षम है.
- इन रेजीमेंट के लिए एलएंडटी, टाटा-पॉवर और बीईएमएल से ये पिनाक मिसाइल खरीदने का प्रवधान है.
- मेक इन इंडिया योजना के तहत होने वाले इस सौदे की कुल कीमत 14 हजार 600 करोड़ रुपये है.
- इसके अलावा नौसेना के लिए 9 हजार करोड रूपये की लागत से 05 फ्लीट स्पोर्ट शिप खरीदने की मंजूरी दी गई.
- साथ ही काउंटर-टेरिरज्म के लिए सेना को 571 बुलेट-प्रूफ गाड़ियां खऱदीने की भी मंजूरी दी गई है.
- कुल मिलाकर रक्षा खरीद परिषद ने मेक इन इंडिया के तहत करीब 25 हजार करोड़ रुपये के सैन्य साजो-सामान खरीदने की मंजूरी दी है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation