संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री शेख अबदुल्ला बिन जायेद अल नहयान के बुलावे पर 10 नवंबर से 12 नवंबर 2014 तक भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज संयुक्त अरब अमीरात के दौरे पर थीं. उनके दौरे के दौरान दोनों ही देशों ने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं आपसी हितों के अन्य मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने यूएई के शीर्ष नेताओं के साथ बातचीत की. सुषमा स्वराज ने यूएई के भारतीय समुदाय के साथ भी मुलाकात की.
सुषमा स्वराज ने भारत और यूएई के बीच 23 सितंबर 2014 से प्रभावी द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश संरक्षण करार (बीटीआईपीए) पर उम्मीद जताई की इससे भारत में सुरक्षित निवेश की सुविधा में मदद मिलेगी. उन्होंने इस बात की भी उम्मीद जताई कि यूएई के साथ दोहरे कराधान बचाव समझौता (डीटीएए) के तहत भारत में अधिक निवेश के लिए प्रवाहकीय सुविधाएं मिलेंगी. दोनों ही देश व्यापार, निवेश एवं ऊर्जा सुरक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने के लिए नए विकल्पों पर गौर करेंगें.
पृष्ठभूमि
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामले में यूएई भारत का ग्यारहवां सबसे बड़ा निवेश है. भारत की ऊर्जा सुरक्षा में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और भारत को कच्चा तेल निर्यात करने के मामले में छठे स्थान पर है. वर्ष 2013-14 में दोनों देशों के बीच 59 बिलियन अमेरिकी डॉलर का द्विक्षीय व्यापार हुआ था.
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