केंद्रीय महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में विश्व स्वास्थ्य दिवस (7 अप्रैल 2015) के अवसर पर मिशन इन्द्रधनुष प्रारंभ हुआ. इसके तहत हाई रिस्क, स्लम एरिया, ईट भट्ठों व निर्माण स्थलों पर मौजूद 0 से 2 साल तक के बच्चों के जीवन में बीमारी के रूप में कोई परेशानी न हो, इसके लिए बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा.
मिशन इन्द्रधनुष से संबंधित कार्य जिला स्तर पर संबंधित राज्य के स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न होगा. इसके तहत जिले के सभी ईट भट्ठों पर कार्यरत श्रमिकों के बच्चों को इस विशेष मुहिम में शामिल करते हुए उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाएगा.
इसमें 0 से 2 साल तक के बच्चों सहित गर्भवती महिलाओं को भी सात प्रकार की बीमारियों से रोकथाम के टीके लगाए जाएंगे. इस मिशन का उद्देश्य 7 रंगों वाले हमारे जीवन में किसी भी रूप से बीमारी के रूप में काला रंग न आए, इसके लिए यह एक सकारात्मक मुहिम है.
इस मिशन के तहत बीसीजी, डीपीटी, टैटनेस, हैपेटाइटिस बी, एचआईवी, दीमागी बुखार व खसरा(मिजल्स) के टीके लगाए जाएंगे. यह मिशन पूरे भारतवर्ष में 201 जिलों में शुरू किया गया.
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