वर्ष 2015 के सितम्बर माह में न्यूयॉर्क के कॉर्नेल विश्वविद्यालय, इनसीड और संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ) द्वारा संयुक्त रूप से तैयार किए गए “वैश्विक नवाचार सूचकांक 2015” को जारी किया गया. यह वैश्विक नवाचार सूचकांक का 8वां संस्करण है.
किसी देश के आर्थिक विकास और समृद्धि में नवाचार के महत्व को देखते हुए वर्ष 2007 से प्रत्येक वर्ष वैश्विक नवाचार सूचकांक जारी किया जाता है. इस सूचकांक में परंपरागत सकेंतको से अलग ‘देश में अनुसंधान और विकास का स्तर’ जैसे कुछ नए सकेंतको को शामिल किया जाता है. इस वर्ष भारतीय उद्योग परिसंघ(सीआईआई) इस सूचकांक के नौलेज पार्टनर्स में शामिल है.
वैश्विक नवाचार सूचकांक 2015 के मुख्य बिंदु
• वर्ष 2015 के वैश्विक नवाचार सूचकांक में विश्व की कुल 141 अर्थव्यवस्थाओं और 79 सूचकांको को शामिल किया गया है.
• वर्ष 2015 के लिए वैश्विक नवाचार सूचकांक का विषय “इफेक्टिव इनोवेशन पॉलिसीज फॉर डेवलपमेंट” है.
• वैश्विक नवाचार सूचकांक 2015 के अनुसार स्विट्जरलैंड , यूनाइटेड किंगडम (यूके), स्वीडन, नीदरलैंड और संयुक्त राज्य अमेरिक विश्व के पांच सबसे नवाचारित राष्ट्र हैं.
• चीन, मलेशिया, वियतनाम, भारत, जॉर्डन, केन्या, युगांडा जैसे देशों ने अपने समक्ष रहने वाले देशों को पीछे छोड़ दिया है.
• शीर्ष 25 देशों ने कई सकेंतको में अच्छा प्रदर्शन किया है. ये संकेतक हैं सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, नवाचार लिंकेज और ज्ञान का अवशोषण.
• सूचकांक के अनुसार नवाचार गुणवत्ता के क्षेत्र में शीर्ष स्थान यूएसए का है इसके बाद क्रमशः यूके, जापान, जर्मनी और स्विजरलैंड हैं.
• मध्य आय वाले देशों में चीन, भारत और ब्राजील ने नवाचार गुणवत्ता के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन किया है.
• सूचकांक में वो देश जिन्होंने ने अपने समूह के या समक्ष सदस्यों से 10% प्रतिशत बेहतर प्रदर्शन किया है उन्हें “ इनोवेशन अचीवर्स” का नाम दिया गया है.
• माल्डोवा, चीन, वियतनाम, आर्मीनिया, सेनेगल, मंगोलिया, मलेशिया, मोंटेनेग्रो, यूक्रेन, भारत, बुल्गारिया, थाईलैंड, मोरक्को, और जॉर्डन गणराज्य देशों ने मध्य आय समूह में अच्छा प्रदर्शन किया है.
• न्यूनतम आय वाले देशों मैं मलावी, मोजाम्बिक, रवांडा, केन्या, माली, बुर्किना फासो, कंबोडिया, और युगांडा ने अच्छा प्रदर्शन किया है.
• सूचकांक के अनुसार विकासशील और विकसित देशों के मध्य तकनीकी का अंतर कम हुआ है.
• वर्ष 2015 के इस सूचकांक में आर्मेनिया, चीन, जॉर्जिया, भारत, जॉर्डन, केन्या, मलेशिया, मोल्दोवा, मंगोलिया, युगांडा गणराज्य, और वियतनाम “आउट परफोर्मर्स” श्रेणी में स्थान दिया गया है.
• क्षेत्र के अनुसार रैंक में सब-सहारा अफ्रीका में मॉरिशस, दक्षिण अफ्रीका और सेनेगल ने अच्छा प्रदर्शन किया है.
• मध्य और दक्षिणी एशिया क्षेत्र में भारत, कजाकिस्तान, और श्रीलंका ने नवाचार में सर्वोच्च प्रदर्शन किया है.
• दक्षिण पूर्व एशिया और ओशियाना क्षेत्र में चीन प्रथम स्थान पर है.
संक्षेप में रैंकिंग
| राष्ट्र | रैंक | स्कोर |
| स्विजरलैंड | 1 | 68.30 |
| यूनाइटेड किंगडम | 2 | 62.42 |
| स्वीडन | 3 | 62.40 |
| चीन | 29 | 47.47 |
| भारत | 81 | 31.74 |
| श्रीलंका | 85 | 30.79 |
| पाकिस्तान | 131 | 23.07 |
सूचकांक में भारत
• निम्न मध्यम आय वाले देशों में भारत का 8वां स्थान है. वर्ष 2014 में भारत 7वें स्थान पर था.
• इसके अतिरिक्त इस वर्ष नवाचार सूचकांक में भारत, मध्य और दक्षिणी एशिया क्षेत्र में प्रथम स्थान पर है.
• भारत और कजाकस्तान, शीर्ष 100 देशों में स्थान पाने वाले मात्र मध्य और दक्षिणी एशियाई देश हैं.
• 1.2 बिलयन की आबादी वाला देश भारत “इनोवेशन अचीवर्स” में शामिल है.
• भारत ज्ञान प्रसार में 34वें स्थान पर है.
• अनुसंधान और विकास में 144वें स्थान पर है.
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