केंद्रीय ‘शहरी विकास मंत्रालय’ (Ministry of Urban Development) के अनुसार, देश में शहरीकरण प्रक्रिया में दक्षिणी राज्य तथा केन्द्रशासित प्रदेश विगत दस वर्षों में आगे रहे हैं. केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम. वैंकेया नायडू ने 16 जुलाई 2014 को यह जानकारी लोकसभा को दी.
शहरी विकास मंत्रालय के अनुसार, वर्ष 2001 में देश की शहरी आबादी कुल आबादी की 27.8 प्रतिशत थी, जो वर्ष 2011 में बढ़कर 31.1 प्रतिशत हो गई. इसमें कुल 3.3 प्रतिशत की बढोत्तरी हुई. इस अवधि (2001-2011) में देश के शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की संख्या में 9 करोड़ से अधिक की बढोत्तरी हुई. इस दौरान दक्षिणी राज्यों की शहरी आबादी में, केरल में 21.7 प्रतिशत, अविभाजित आन्ध्रप्रदेश में 6.1 प्रतिशत, कर्नाटक में 4.7 प्रतिशत और तमिलनाडु में 4.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई. केन्द्र शासित प्रदेशों की शहरी आबादी में, दमन और दीव में 39 प्रतिशत, लक्षद्वीप में 33.6 प्रतिशत, दादरा और नगर हवेली 23.8 प्रतिशत, चंडीगढ़ में 7.5 प्रतिशत, दिल्ली 4.3 प्रतिशत, और पुड्डुचेरी में 1.7 प्रतिशत बढोत्तरी हुई.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation