अमेरिका ने सुंदरवन तेल रिसाव को साफ करने में बांग्लादेश की मदद के लिए अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों का एक दल 18 दिसंबर 2014 को भेजा. संयुक्त राज्य आपदा आकलन एवं समन्वय (यूएनडीएसी) का यह दल बांग्लादेश सरकार के अनुरोध पर भेजा गया.
संयुक्त राष्ट्र का यह दल बांग्लादेश सरकार को जमीनी कार्य में मदद करेगा और स्थिति का आकलन कर रिकवरी और जोखिम को कम करने के उपायों पर सलाह भी देगा. इस दल में ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, फ्रांस और अमेरिका के विशेषज्ञ हैं.
इसके अलावा, अमेरिका ने ढाका को कहा है कि वह सुंदरबन से किसी भी वाणिज्यिक पोत के आवाजाही पर पूर्ण प्रतिबंध लागू करे.
दुनिया का सबसे बड़ा सदाबहार वन, सुंदरवन में 9 दिसंबर 2014 को बांग्लादेश में शेला नदी के निकट 35000 लीटर फर्नेस तेल ले जा रहे तेल– टैंकर का एक दूसरे जहाज से टकराने के बाद बहुत अधिक तेल फैल गया था.
तेल का रिसाव नाजुक संरक्षित सदाबहार वन क्षेत्र के अब तक 350 वर्ग किलोमीटर में फैल गया है. यह इलाका दुर्लभ इरावदी और गंगा डॉल्फिन एवं विलुप्तप्राय रॉयल बंगाल टाइगर्स का घर है.
एक अध्ययन जिसमें पाया गया कि वह इलाका 6000 डॉल्फिनों का घर है, के बाद, 2011 में वहां डॉल्फिनों के तीन अभयारण्य बनाए गए. यह हादसा उन्ही तीन अभयारण्यों में से एक में हुआ था.
सुंदरबन 10000 वर्ग किलोमीटर से भी अधिक इलाके में फैला है और यह यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल है. इस डेल्टा में बांग्लादेश और भारत की नदियों और नहरों का नेटवर्क है.
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