हिन्दी साहित्यकार रामदरश मिश्र और नरेन्द्र कोहली को क्रमश: 21वें और 22वें व्यास सम्मान से 23 मई 2013 को सम्मानित किया गया. नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में दोनों साहित्यकारों को केके बिड़ला फाउण्डेशन की ओर से यह पुरस्कार प्रदान किए गए.
व्यास सम्मान
व्यास सम्मान भारतीय साहित्य के लिए दिया जाने वाला ज्ञानपीठ पुरस्कार के बाद दूसरा सबसे बड़ा साहित्य सम्मान है. व्यास सम्मान के तहत प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह और 2.5 लाख रूपए नकद प्रदान किए जाते हैं.
• व्यास सम्मान के तहत हिन्दी की किसी एक गद्य या पद्य कृति को प्रत्येक वर्ष सम्मानित किया जाता है. केके बिड़ला फाउण्डेशन की ओर से प्रत्येक वर्ष सरस्वती सम्मान भी दिया जाता है, जो कि किसी भी भारतीय भाषा में लिखी गई कृति के लिए होता है.
• 10 वर्षों के भीतर प्रकाशित हिन्दी की कोई भी साहित्यिक कृति इस पुरस्कार की पात्र हो सकती है.
• व्यास सम्मान की शुरूआत वर्ष 1991 में केके बिड़ला फाउण्डेशन की ओर की गई थी.
• पहला व्यास सम्मान वर्ष 1991 में डॉ रामविलास शर्मा को उनकी आलोचना भारत के प्राचीन भाषा परिवार और हिन्दी के लिए मिला था.
रामदरश मिश्र
राम दरश मिश्र को उनकी कृति आम के पत्ते के लिए वर्ष 2011 का व्यास सम्मान केके बिड़ला फाउण्डेशन की ओर से यह पुरस्कार प्रदान किया गया. यह कृति वर्ष 2004 में प्रकाशित हुआ था.
• प्रोफ़ेसर रामदरश मिश्र ने 16 काव्य संग्रह, 13 उपन्यास और 18 कहानी संग्रह, आत्मकथा, संस्मरण और यात्रा वृत्तांत लिखे हैं.
• पक गई है धूप, कंधे पर सूरज, दिन एक नदी बन गया, आग कुछ नहीं बोलती और बारिश में भीगते बच्चे आदि प्रोफ़ेसर रामदरश मिश्र के प्रमुख काव्य संग्रह हैं. उपन्यास जल टूटता हुआ और पानी के प्राचीर काफी चर्चित रहे हैं.
• वह दिल्ली विश्वविद्यालय में हिन्दी प्राध्यापक के पद से सेवानिवृत्त हुए थे.
• प्रोफ़ेसर रामदरश मिश्र का जन्म 15 अगस्त 1924 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के डुमरी गांव में हुआ था.
नरेन्द्र कोहली
नरेन्द्र कोहली को उनकी कृति भूतो न भविष्यति के लिए वर्ष 2012 का व्यास सम्मान केके बिड़ला फाउण्डेशन की ओर से यह पुरस्कार प्रदान किया गया. 22वें व्यास सम्मान का चयन लखनऊ विश्वविद्यालय में हिन्दी के विभागाध्यक्ष और लेखक प्रो सूर्य प्रकाश दीक्षित की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने किया. उपन्यास ना भूतो ना भविष्यति वर्ष 2004 में प्रकाशित हुआ था.
• महासमर, अभ्युदय, तोड़ो, कारा तोड़ो, वसुदेव, साथ सहा गया दुःख, अभिज्ञान, पांच एब्सर्ड उपन्यास, आश्रितों का विद्रोह, प्रेमचंद, हिन्दी उपन्यास: सृजन और सिद्धांत उनकी कुछ प्रमुख कृतियां हैं.
• वर्ष 1963 से लेकर 1995 तक उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय मे अध्यापन कार्य किया और वर्ष 1995 में स्वैच्छिक अवकाश ग्रहण किया.
• नरेन्द्र कोहली का जन्म 6 जनवरी 1940 को संयुक्त पंजाब के सियालकोट नगर मे हुआ था जो अब पाकिस्तान में है.
विदित हो कि व्यास सम्मान पाने वाले साहित्यकारों में डॉ. शिव प्रसाद सिंह (नीला चांद), गिरजा कुमार माथुर (मैं वक्त के हूं सामने), डॉ. धर्मवीर भारती (सपना अभी भी), कुंवर नारायण (कोई दूसरा नहीं), श्रीलाल शुक्ल (बिसरामपुर का संत), गिरिराज किशोर (पहला गिरमिटिया), मृदुला गर्ग (कठगुलाब), मन्नू भंडारी (एक कहानी यह भी), अमर कांत (इन्हीं हथियारों से) प्रो. रामदरश मिश्र (काव्य संग्रह आम के पत्ते ) आदि प्रमुख हैं.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation