गहरे नीले महासागर में आते हैं कम तूफान
प्लैंकटन से की जा सकती है भविष्यवाणी:
समुद्रों में पाये जाने वाले सूक्ष्म जीव प्लैंकटन समुद्री स्वास्थ्य के संसूचक होते हैं। अधिक प्लैंकटन का अर्थ है समुद्र में अधिक तूफानों का आना। प्लैंकटन समुद्र में तैरने वाले सूक्ष्म पौधे होते हैं जो महासागरीय भोजन श्रृंखला का आधार होते हैं।
हाल में वैज्ञानिकों द्वारा किये गये एक शोध के अनुसार आने वाले वक्त में समुद्र के रंग को अंतरिक्ष से देखकर समुद्री तूफानों की सटीक भविष्यवाणी की जा सकेगी। ऐसा माना जा रहा है कि मौसम परिवर्तन की वजह से महासागरों में प्लैंकटन की संख्या घटती जा रही है, जिसका अर्थ है अमेरिकी व एशियाई देशों की समुद्री तटरेखा के किनारे तूफानों की संख्या व तीव्रता में कमी दर्ज की जाएगी।
साफ-सुथरा महासागरीय जल गहरे नीले रंग का होता है, लेकिन फाइटोप्लैंकटन की संख्या बढऩे पर यही रंग बदल कर मटमैला नीला हो जाता है।
समशीतोष्ण तूफानों पर समुद्रीय रंगों के असर का अध्ययन करने के लिए प्रिंसटन, न्यूजर्सी की जियोफिजिकल फ्लूड डाइनामिक्स लेबोरेटरी के आनंद ज्ञानदेशिकन व उनके सहयोगियों ने प्रशांत महासागर के उस क्षेत्र पर अध्ययन किया जहां अक्सर तूफान आते हैं। उन्होंने भी इसी तथ्य की पुष्टि की।
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