Indian Railway: भारत में एक से दूसरे स्थान पर जाने के लिए बहुत लोग भारतीय रेलवे का उपयोग करते हैं। यदि आप भारतीय रेल से अधिक सफर करते होंगे, तो आप बहुत से रेलवे स्टेशनों से गुजरे होंगे। लेकिन, क्या आप कभी भारत के पहले रेलवे स्टेशन से गुजरे हैं या फिर आपको देश के पहले रेलवे स्टेशन का इतिहास पता है। यदि दोनों मामलों में ही आपका उत्तर न है, तो आज इस लेख के माध्यम से आपको भारत के पहले रेलवे स्टेशन के बारे में जानकारी मिलेगी।
भारत का पहला रेलवे स्टेशन:
भारत का पहला रेलवे स्टेशन मुंबई में स्थित बोरी बंदर था। इसी स्टेशन से भारत की पहली यात्री ट्रेन 1853 में ठाणे तक चली थी। इसे ग्रेट इंडियन पेनिनसुलर रेलवे द्वारा बनाया गया था। बाद में 1888 में रानी विक्टोरिया के नाम पर इस स्टेशन को विक्टोरिया टर्मिनस के रूप में फिर से बनाया गया।
स्टेशन पर दी गई थी 21 तोपों की सलामी
इस स्टेशन से ही पहली भारतीय ट्रेन का औपचारिक उद्घाटन समारोह 16 अप्रैल 1853 को किया गया था। इसी स्टेशन लगभग 400 यात्रियों को लेकर 14 रेल के डिब्बे लगभग दोपहर 3.30 बजे निकले थे। उस समय यहां लोगों का बड़ा हुजूम एकत्रित हुआ था। तब बड़ी संख्या में लोगों ने जोरदार तालियां बजाकर ट्रेन को रवाना किया था। वहीं, खास बात यह है कि इसी स्टेशन से पहली ट्रेन को 21 तोपों की सलामी दी गई थी।
अब इस नाम से जाना जाता है यह स्टेशन
बोरीबंदर रेलवे स्टेशन को बाद में 1888 में विक्टोरिया टर्मिनस के रूप में फिर से बनाया गया। वहीं, महाराष्ट्र के प्रसिद्ध 17वीं शताब्दी के राजा छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर इस स्टेशन का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) कर दिया गया। इस स्टेशन की मुंबई में सबसे प्रमुख रेलवे स्टेशनों में गिनती की जाती है। यही नहीं यहां से प्रतिदिन बड़ी संख्या में ट्रेनों का आवागमन होता है।
क्या होता है बोरी बंदर का मतलब
बोरी बंदर रेलवे स्टेशन का नाम सुनकर आपके मन में भी ख्याल आ रहा होगा कि आखिर देश के पहले रेलवे स्टेशन का नाम बोरी बंदर क्यों रखा गया। दरअसल, बोरी बंदर मुंबई में एक जगह का नाम है। इस जगह पर आयात किये जाने वाले वाले सामान को स्टॉक कर रखा जाता था। वहीं, बोरी का मतलब बड़ा थैला जिसमें सामान को रखा जाता है और बंदर का मतलब होता पोर्ट, यानि पोर्ट पर आने वाले सामान को स्टॉक कर रखने की वजह से इस जगह का नाम बोरी बंदर पड़ गया। कुछ लोगों को बोरी बंदर और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस में नाम को लेकर कंफ्यूजन होता है। जबकि, दोनों एक ही स्टेशन के नाम है। फर्क बस इतना है कि बोरी बंदर पुराना नाम है और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस नया नाम है।
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