नर्सिंग
आजकल सरकारी से लेकर निजी क्षेत्र में हॉस्पिटल और हेल्थकेयर सेंटर्स की संख्या बढ़ने के साथ कुशल नर्सिंग प्रोफेशनल्स की मांग भी लगातार बढ़ रही है। हेल्थकेयर सेक्टर का ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है,जहां नर्सिंग और नर्सिंग असिस्टेंट की जरूरत न होती हो। ऐसे लोगों को जनरल नर्स और मिडवाइफ भी कह सकते हैं। जनरल नर्स जहां हॉस्पिटल्स, नर्सिंग होम, हेल्थ सेंटर्स में मरीजों की देखरेख, डॉक्टर्स के काम में सहयोग और प्रशासनिक जिम्मेदारियां संभालती हैं, वहीं मिडवाइफ, वह नर्स कहलाती हैं जो गर्भवती महिलाओं की देखभाल करने और चाइल्ड बर्थ के दौरान सहायता मुहैया कराती हैं। बढ़ती डिमांड को देखते हुए आजकल नर्सिंग के क्षेत्र में महिलाओं के साथ पुरुष भी बड़ी संख्या में दिलचस्पी ले रहे हैं।
जॉब संभावनाएं
एक अनुमान के मुताबिक, वर्ष 2018 के आखिर तक भारत में करीब 10 लाख प्रशिक्षित हेल्थ वर्कर्स की जरूरत होगी। हेल्थकेयर सेक्टर में नर्सिंग के रूप में सबसे ज्यादा नौकरी के मौके सरकारी और निजी अस्पतालों में मौजूद हैं। वहीं, हेल्थ फिटनेस के प्रति बढ़ती जागरूकता के कारण आजकल हर छोटे-बड़े शहर में निजी अस्पतालों के अलावा अनेक नर्सिंग होम तथा क्लीनिक्स भी खुल रहे हैं। वहां भी ऐसे प्रोफेशनल्स की हमेशा जरूरत होती है। अपने देश के अलावा विदेश में भी इन प्रोफेशनल्स की काफी डिमांड है। इसके अलावा, बतौर नर्सिंग स्टॉफ हेल्थ डिपार्टमेंट, पुनर्वास गृह, मिलिट्री आदि में भी काम करने का अवसर मिल सकता है।
सेवा के प्रति समर्पण
आकांक्षा इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग के मैनेजिंग डायरेक्टर सुशील कुमार कहते हैं कि सेवाभाव ही नर्सिंग की पहचान है। किसी भी अस्पताल या नर्सिंग होम में नर्सिंग स्टॉफ बिल्कुल उसी तरह से काम करते हैं, जिस प्रकार एक मां अपने बीमार बच्चे की देखभाल करती है। इसलिए इस फील्ड में आने से पहले आपमें कुछ व्यावहारिक ज्ञान होना जरूरी है यानी रोगी की देखभाल कैसे करें, काम का तनाव होने के बावजूद कैसे मरीजों के साथ अच्छे से पेश आएं...इत्यादि। सबसे बड़ी बात यह है कि आप में सेवाभाव का जज्बा होना बहुत जरूरी है, तभी आप अपने काम को अच्छे से एंज्वाय कर पाएंगे। संवाद में कुशलता भी चाहिए, क्योंकि ऐसे लोगों को हर रोज दर्जनों मरीजों और उनके परिजनों की बातें सुनकर उन्हें समझाना भी होता है। इसके लिए शांत स्वभाव और विनम्रता भी आपमें होनी चाहिए। समय प्रबंधन का खयाल रखना भी जरूरी है।
प्रमुख संस्थान
|
कोर्स एवं योग्यता
नर्सिंग में कई स्तर पर कोर्स उपलब्ध है। ऑग्जिलरी नर्स मिडवाइफरी (एएनएम) कोर्स में 12वीं के बाद प्रवेश लिया जा सकता है। जनरल नर्स ऐंड मिडवाइफरी (जीएनएम) के लिए भी न्यूनतम योग्यता 12वीं है। यह तीन साल की अवधि का कोर्स है। जबकि एएनएम कोर्स की अवधि दो साल है। इस क्षेत्र में आगे चलकर स्पेशलाइजेशन की भी संभावनाएं हैं।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation