क्या आप जानते हैं इन इंडियन कॉलेज और कोर्सेज के बारे में ?

जीवन से जुड़े हर पहलू के साथ कुछ रुढ़िवादी विचारधाराएं जुड़ी हुई हैं और एजुकेशन सेक्टर भी इसका अपवाद नहीं है.

Did you know these facts about Indian colleges and courses?
Did you know these facts about Indian colleges and courses?

जीवन से जुड़े हर पहलू के साथ कुछ रुढ़िवादी विचारधाराएं जुड़ी हुई हैं और एजुकेशन सेक्टर भी इसका अपवाद नहीं है. ज्योंही एजुकेशन की बात आती है,तो सबसे कॉलेजों, सिलेबस योग्यता आदि का  विचार तत्काल मन में आता है. अधिकांश स्थितियों में ये सारी बाते सही भी निकलती हैं लेकिन हमेशा ही सही ही हों ऐसा नहीं होता है. कॉलेज और कोर्सेज के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकरी आगे दी जा रही है -

कक्षा 12 के बाद आप एमबीए कर सकते हैं

आईआईएम इंदौर 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए एमबीए में 5 साल का एक एकीकृत पाठ्यक्रम प्रदान करता है. इसे आईपीएम (प्रबंधन में समेकित कार्यक्रम) कहा जाता है और यह उन छात्रों के लिए है, जिन्होंने देश भर में मान्यता प्राप्त किसी भी बोर्ड से 12 वीं कक्षा पास की हो. इसलिए, यदि आप मैनेजमेंट में रूचि रखते हैं तो आप स्कूल के बाद ही यह कोशिश कर सकते हैं. इस प्रोग्राम को अन डरग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट की तर्ज पर 5 साल के लिए बनया गया है.

Career Counseling

देश में करियर के कई ऑप्शन मौजूद हैं

प्रमुख 15 क्षेत्रों जैसे एडवर्टाइजिंग,एग्रीकल्चर, इंजीनियरिंग मेडिकल, जर्नलिज्म, सोसल सेक्टर में छात्रों के लिए लगभग 250 करियर विकल्प है जिन्हें अपना कोर्स पूरा करने के बाद योग्यता एवं रूचि के अनुसार पूरा किया जा सकता है.

आप विशेष पाठ्यक्रम के लिए फैशन और प्रौद्योगिकी को जोड़ सकते हैं

यदि आप फैशन और तकनीक दोनों के प्रति झुकाव रखते हैं जो सामान्यतः एक संयुक्त पाठ्यक्रम नहीं हैं फिर भी आप फ़ैशन टेक्नोलॉजिस्ट बनने का प्रयास कर सकते हैं. यह नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी द्वारा प्रस्तुत एक पाठ्यक्रम है और कपड़ा बनाने में शामिल प्रौद्योगिकी के बारे में सिखाता है.

आप गणित या विज्ञान को जाने बिना आईआईटी में अध्ययन कर सकते हैं

हाँ बिलकुल सही सुना आपने. आईआईटी चेन्नई का डिपार्टमेंट ऑफ आर्ट्स पांच साल का एक अनोखा कार्यक्रम कराता है, जिसकी शुरुआत 2006 में की गयी थी. यहाँ मास्टर ऑफ आर्ट्स (एमए) की डिग्री दो स्ट्रीम्स, डेवलपमेंट स्टडीज और इंग्लिश स्टडीज  में प्रदान की जाती है. अपने इस प्रोग्राम के जरिये आईआईटीएम लिब्रल साइंस और सोशल साइंस के पाठ्यक्रम द्वारा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुआ है

एम ए प्रोग्राम मानविकी और सामाजिक विज्ञान में मौलिक अवधारणाओं के बहु अनुशासनात्मक प्रकृति को दर्शाता है.

इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य शिक्षा, सरकार, सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के उद्यमों, गैर सरकारी संगठनों और अन्य संगठनों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए मानविकी और सामाजिक विज्ञान में परास्नातक की डिग्री प्रदान करना है.

अपनी सोशल मीडिया उपस्थिति का उपयोग कर आप ज्ञात ब्रांडों से पैसा हासिल कर सकते हैं

यदि आप सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा एक्टिव हैं तथा आपके बहुत ज्यादा फालोवर्स हैं, तो आप इसका इस्तेमाल कर ज्ञात ब्रांड से पैसा कमा सकते हैं.प्रारम्भ में यह थोड़ा मुश्किल लगता है लेकिन यदि आप सोशल हैं तो थोड़ी मेहनत करके अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं.

एनजीओ काफी अच्छी सैलरी देते हैं

यह बात सही है कि गैर सरकारी संगठन समाज के लिए कार्य करते हैं. इसका मतलब यह नहीं है कि वे अपने कर्मचारियों को अच्छी सैलरी नहीं देते. हाँ शुरुआत में आपको थोड़ा संघर्ष करना पड़ सकता है, लेकिन जब आप संगठन में एक अच्छे स्तर पर पहुंच जाते हैं, तो आपको बहुत अच्छा पैकेज मिलता है.

आप स्पा चिकित्सा का अध्ययन कर सकते हैं

एक अच्छा स्पा आपके मन और शरीर को फिर से जीवंत कर सकता है.स्पा चिकित्सा एक मेन स्ट्रीम का डिप्लोमा पाठ्यक्रम नहीं है लेकिन दिनोदिन इसकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही है.

पूरे देश में कई स्पा केंद्रों की शुरूआत से  पेशेवर मालिश करने वालों और चिकित्सकों की आवश्यकता बढ़ रही है. हैदराबाद का आनंद स्पा संस्थान इससे जुड़े 7 प्रकार के पाठ्यक्रम में आठ महीने का डिप्लोमा कोर्स कराता है.

जयपुर की  'ओरिएंट स्पा अकादमी' बैंकाक की  स्पा अकादमी से जुड़ी हुई है और यह छात्रों को थाईलैंड में कुछ हफ्तों के कोर्स करने का मौका प्रदान करती है.

निष्कर्ष

पाठ्यक्रम और कॉलेज से संबंधित ये तथ्य निश्चित रूप से कॉलेज में अध्ययन कर रहे या फिर उसकी योजना बना रहे छात्रों के लिए लाभदायी साबित होंगे.

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