आईडीबीआई बैंक ने हाल ही में 1000 असिस्टेंट मैनेजर (एएम) की भर्ती प्रक्रिया शुरु कर दी है. सार्वजनिक क्षेत्र के अन्य बैंकों की तुलना में बैंक पीओ बनने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवार अनूठे प्रोफाइल की वजह से आईडीबीआई बैंक की तरफ विशेष रुचि दिखाते हैं. अन्य प्रमुख राष्ट्रीयकृत बैंकों के विपरीत आईडीबीआई बैंक में पर्सनल बैंकिंग, कॉरपोरेट बैंकिंग, एग्रीकल्चरल फाइनैंस, मीडियम और एसएमई बिजनेस सेग्मेंट जैसे अलग व्यावसायिक सेग्मेंट्स हैं. ये सेग्मेंट्स बैंक में सरकारी स्वामित्व और प्राइवेट वर्क कल्चर का बहुत अच्छा मिश्रण प्रदान करता है.
आईए, आईडीबीआई बैंक में असिस्टेंट मैनेजर के कुछ दिलचस्प पहलुओं पर नजर डालते हैं.
ग्रेड ए पोजिशनः बैंक में असिस्टेंट मैनेजर का पद ग्रेड ए रैंक का होता है. यह पद किसी भी व्यक्ति को बैंक में विभिन्न वरिष्ठ प्रबंधन पदों जैसे–
प्रबंधक (ग्रेड बी)– –> सहायक महाप्रबंधक (ग्रेड सी) – –> सहायक महाप्रबंधक (ग्रेड सी) – –> उप महाप्रबंधक (ग्रेड डी) – –> महाप्रबंधक (ग्रेड ई) – –> मुख्य महाप्रबंधक (ग्रेड एफ) –पर दिए गए क्रम में पदोन्नति के योग्य बनाता है.
आखिरकार, बैंक में आपके पर्याप्त अनुभव और अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड आपको सेवानिवृत्ति से पहले एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर (कार्यकारी निदेशक) के प्रतिष्ठित पद के योग्य बनाएगा.
वेतन और सुविधाएं: बतौर बेसिक पे 14,400/- रु. मासिक औऱ अन्य भत्ते मिलते हैं. एसबीआई और उसके संबद्ध बैंकों के बाद आईडीबीआई बैंक की वेतन संरचना सबसे अच्छे वेतन संरचनाओं में से एक है. इसके अलावा, मुद्रास्फीति के दबावों की प्रतिपूर्ति के लिए अर्थात महँगाई बढ़ने के साथ वेतनमान में निरंतर संसोधन होता रहता है.
वेतन के अलावा, असिस्टेंट मैनेजर को दी जाने वाली सुविधाओं में आवास, अवकाश, किराया रियायत (एलएफसी) की प्रतिपूर्ति, चिकित्सा खर्च, टेलिफोन खर्च और वाहन भत्ते भी शामिल है.
काम की प्रकृतिः बड़े स्तर पर असिस्टेंट मैनेजर की भूमिका शाखा (ब्रांच) के आकार और पैमाने पर निर्भर करता है. छोटी शाखा में असिस्टेंट मैनेजर को अलग–अलग भूमिकाएं निभानी पड़ती हैं . जैसे उन्हें नकद, संचालन, बिक्री और तीसरे पक्ष के उत्पाद जैसे पहलुओं से संबंधित काम करना होता है जबकि बड़ी शाखाओं में उनकी भूमिका विशिष्ट होती है.
दैनिक कार्यों के संबंध में असिस्टेंट मैनेजर का काम किसी भी दूसरे बैंक में इसी रैंक के अधिकारी जैसा ही होता है. प्रमुख जिम्मेदारियों में शामिल है– लोन देना, बैंक के ग्राहकों के साथ बातचीत करना और उनकी ऋण जरूरतों को समझना, बकाएदारों से ऋण की वसूली करना और शाखा द्वारा की गई प्रगति की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को समय– समय पर देना.
आईडीबीआई भारत और विदेशों में बहुत तेजी से अपने पांव फैला रहा है. विदेशों में विस्तार करने की बैंक की महत्वाकांक्षा ने कर्मचारियों को भी विदेशों में काम करने और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय बाजार में काम करने की झलक पाने का अवसर प्रदान किया है.
वास्तव में असिस्टेंट मैनेजर ब्रांच (शाखा) का चेहरा होता है. नीचले स्तर के कर्मचारियों और ग्राहकों के सभी सवालों का जवाब इनसे ही मिलता है. असल में यह नौकरी अधिकारी को अपार संतुष्टि प्रदान करता है क्योंकि उसे समाज में सार्थक भूमिका निभाने के पर्याप्त अवसर मिलते हैं.
जीवन में एक सफलता के बाद कई सफलताएं मिलती हैं. सफल करिअर के लिए, आपको न सिर्फ इस सवाल का जवाब कि "क्या करना है?" देना होता है बल्कि "कहां करना है?" का जवाब भी देना होता है. करिअर को सुचारू रूप से आगे बढ़ाने के लिए सही समय पर सही चुनाव महत्वपूर्ण होता है.
इसलिए पीओ की नौकरी के लिए आपको ऐसा बैंक चुनना चाहिए जो आपकी क्षमताओं और महत्वाकांक्षाओं को पोषित कर सके.
आपकी तैयारी अच्छी रहे इसके लिए शुभकामनाएं!
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