Success Story: UPSC सिविल सेवा देश की सबसे बड़ी और सबसे कठिन परीक्षाओं में शामिल है। क्योंकि, इस परीक्षा को पास करने के बाद आपको दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र यानि भारत में प्रशासन का हिस्सा बनकर काम करने का मौका मिलता है। वहीं, इस सेवा के साथ मिलने वाला मान-सम्मान और सुविधाएं भी युवाओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती हैं। हालांकि, इस परीक्षा को पास करना आसान नहीं होता है। यही वजह है कि हर साल लाखों युवा इस परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं, लेकिन अंत में सिर्फ कुछ सैकड़ों युवाओं को ही सफलता मिलती है। वहीं, कुछ लोगों का यह भी मानना है कि बिना कोचिंग के इस परीक्षा को पास नहीं किया जा सकता है। यदि आप नौकरी कर रहे हैं, तब यह आपके लिए और भी मुश्किल हो जाती है। हालांकि, इस बात को गलत साबित किया है रोमिल द्विवेदी ने, जिन्होंने बिना कोचिंग के ही और नौकरी के साथ इस परीक्षा को पास कर 364 रैंक हासिल की है।
रोमिल का परिचय
रोमिल मूलरूप से मध्यप्रदेश के रीवा के रहने वाले हैं। उन्होंने कक्षा 1 से 5वीं तक शिशु निकेतन से पढ़ाई की। इसके बाद छठी से लेकर आठवीं तक गुरुकुल विद्यालय और आगे की पढ़ाई डीपीएस से की। साइंस विषयों के साथ स्कूली पढ़ाई पूरी करने पर उन्होंने बीटेक किया।
MBA करने के बाद लगी नौकरी
रोमिल ने बीटेक करने के बाद भोपाल से MBA किया, जिसके बाद उनका कैंपस प्लेसमेंट हो गया। इसके तहत उन्हें एक निजी बैंक में नौकरी मिल गई। हालांकि, नौकरी करने के साथ-साथ उनके मन में सिविल सेवाओं को क्रैक कर अधिकारी बनने का सपना था।
नौकरी के साथ शुरू की तैयारी
रोमिल ने बिना नौकरी छोड़े सिविल सेवाओं की तैयारी शुरू कर दी थी। वह नौकरी करने के बाद घर पहुंच सिविल सेवाओं की तैयारी करते थे। वहीं, इस दौरान उन्हें जितना भी समय मिलता था, वह उस समय का प्रयोग रिविजन के लिए भी करते थे।
364 रैंक के साथ पास की परीक्षा
रोमिल ने बिना किसी कोचिंग में दाखिला लिए और घर पर सिर्फ दो से तीन घंटे की पढ़ाई कर प्रीलिम्स की परीक्षा पास कर ली थी, जिसके बाद उन्होंने मेंस की परीक्षा दी और अंत में इंटरव्यू में बेहतर प्रदर्शन करते हुए वह 364 रैंक के साथ इस परीक्षा को पास करने में सफल रहे। रोमिल ने जब सिविल सेवा क्रैक की, तब वह निजी बैंक में असिस्टेंट वाइस प्रेजिडेंट के पद कार्यरत थे।
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