बेरोजगारी दूर करने के सरकारी दावे भले ही जो कहते हो, वास्तविकता क्या है इसका प्रत्यक्ष उदहारण है उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद नगर निगम द्वारा निकाली गई सफाई कर्मी के पदों के लिए आवेदन में. जी हाँ, कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर निकले इस वेकेंसी के लिए आवेदन करने वालों में डिप्लोमा और बी एड की तो बात ही छोड़िए, बी टेक/एम एससी पास उम्मीदवार भी अपनी किस्मत आजमा रहे है.
राज्य में बेरोजगारी की स्थिति का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि जिन युवकों ने बी टेक की पढ़ाई पूरी कर इंजीनियर बनने का सपना देखा था, वे नगर निगम में कॉन्ट्रैक्ट आधार पर सफाई कर्मी बनने को भी तैयार हैं.
बी एड की डिग्री लेकर शिक्षक बनने के ख्वाब पाले युवा सफाई कर्मी बनने के लिए कुदाल और फावड़ा लेकर शहर के नालों की सफाई में अपनी करियर तलाश रहे है.
एक झलक आप इन पदों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की शैक्षिक पृष्ठभूमि पर देखें फिर आप खुद ही समझ सकते हैं कि बेरोजगारी और नौकरी के प्रति सरकारी दावे की असलियत क्या है.
कुल पद : 916
- कुल आवेदन प्राप्त: 107,465
- प्रति पदों के लिए आवेदन - 117
- बी टेक डिग्री धारक - 360
- बी.एड. - 143
- डिप्लोमा - 265
- एमएससी - 916
- एमए - 1600
- बीएससी - 8350
- बी ए - 11811
- हाई स्कूल - 84000
उल्लेखनीय है कि कॉन्ट्रैक्ट पर आधारित इन पदों के लिए परीक्षा दो चरणों में पूरा किया जाना है. आपको यह जानकारी हैरानी होगी की उम्मीदवारों को पहले चरण के अंतर्गत नालों को सफाई के लिए उन्हें नालों को साफ़ करवाकर फिर उन्हें सफाईकर्मी होने की योग्यता की परख की जा रही है.
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