हालिया वर्षों के दौरान बैंकिंग क्षेत्र में भी प्रतिस्पर्धा बढ़ गयी है और हर कोई बाजार में हिस्सेदारी के हिसाब से अपने- अपने उत्पादों का विज्ञापन करना चाहता है। बैंक उत्पादों की मार्केंटिंग के लिए बेहतर रणनीति बनाने में मार्केटिंग ऑफिसर का महत्वपूर्ण योगदान रहता है l इनके द्वारा उत्पादों की गुणवत्ता को हाइलाइट किया जाता है और इससे बाजार में उत्पादन को दूसरे उत्पादों के मुकाबले बढ़त मिलती है।
मार्केटिंग ऑफिसर्स की भर्ती
आईबीपीएस विशेषज्ञ अधिकारी आम लिखित परीक्षा के माध्यम से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में मार्केटिंग ऑफिसर्स की भर्ती करते हैं l जबकि एसबीआई इस कार्य के लिए अपनी स्वयं की भर्ती परीक्षा आयोजित करती है। मार्केटिंग में एमबीए वाला उम्मीदवार इस पद के लिए पात्र होता हैl भारतीय स्टेट बैंक इस पद के लिए अनुभव को वरीयता देता है।
मार्केटिंग ऑफिसर प्रोफाइल : नौकरी और जिम्मेदारियां
मार्केटिंग ऑफिसर वास्तव में वही कार्य करता है जो किसी भी बहुराष्ट्रीय कंपनी में मार्केटिंग टीम करती है। आइए जानते हैं कि बैंकों में एक मार्केटिंग ऑफिसर की कैसी नौकरी होती है और क्या जिम्मेदारियां होती हैं?
- मार्केटिंग अभियान का प्रबंध: मार्केटिंग ऑफिसर एक टीम का हिस्सा होता है जिसके पास बाजार में मौजूद प्रतियोगियों के उत्पादों के साथ तुलना करके अपने उत्पाद बेचने की जिम्मेदारी होती है। इस कार्य के लिए रणनीति बनाने और इसका क्रियान्वयन करने की जिम्मेदारी टीम लीडर की होती है।
- कर्मचारियों के बीच उत्पादों के बारे में जागरूकता पैदा करना: उत्पादों की मार्केटिंग के लिए बैंक के कर्मचारी सबसे अधिक प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं। इसलिए मार्केटिंग ऑफिसर्स वर्कशॉप, जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं ताकि कर्मचारियों को बैंक के विभिन्न नए उत्पादों के बारे में जानकारी प्रदान की जा सके।
- सोशल मीडिया का प्रबंधन: यह सोशल मीडिया का युग है और हर बैंक इस प्लेटफॉर्म पर बढ़त बनाने की होड़ में लगा है। यह एक मार्केटिंग ऑफिसर की ड्यूटी होती है कि वह संबंधित बैंक को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में सही और प्रभावी ढंग से विज्ञापन करने को सुनिश्चित करे।
- बैंक उत्पादों को बढ़ावा देना: यह मार्केटिंग ऑफिसर की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है क्योंकि वही ऐसा शख्स होता है जो एक ग्राहक को अपने उत्पादों की विशेषता से भली भांति अवगत कराता है ताकि जितना संभव हो सके उतने उत्पादों को बेचा जा सके।
- उत्पादों की मार्केटिंग के लिए सामग्री को तैयार करना: एक बैंक का मार्केटिंग विभाग उत्पादों की मार्केंटिग के लिए आकर्षक सामग्री की डिजाइनिंग करता है ताकि उत्पाद को एक ग्राहक के सामने उसकी जरूरत के हिसाब से उसे पेश किया जा सके ।
- विज्ञापन एजेंसी के साथ समन्वय: मार्केटिंग विभाग को तय करना होता है कि मीडिया में कहां पर विज्ञापन प्रदर्शित किया जाएगा l इसके बाद मार्केंटिंग विभाग उसके अनुसार समन्वय स्थापित करता है ताकि उत्पादों का सही ढंग से विज्ञापन किया जा सके।
एक बैंक में एक मार्केटिंग ऑफिसर का वही काम होता है जो एक निजी क्षेत्र की कंपनी में मार्केटिंग ऑफिसर का होता है और जिसके लिए टार्गेट फिक्स होते हैं। मार्केटिंग ऑफिसर की पोस्टिंग हमेशा मेट्रो या शहरी क्षेत्रों में होती है।
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