आज हर छोटी-बडी कंपनी अपने प्रोडक्ट की इमेज को मार्केट में चमकाने के लिए ब्रांडिंग का सहारा लेने लगी हैं। और इसके लिए जरूरत होती है ब्रांड मैनेजमेंट की। यदि आप भी प्रोडक्ट की इमेज को चमकाने का माद्दा रखते हैं, तो ब्रांड मैनेजमेंट के क्रिएटिव फील्ड में आपके लिए ढेरों विकल्प मौजूद हैं।
क्वालिफिकेशन ऐंड एंट्री
किसी भी विषय से स्नातक की डिग्री रखने वाले स्टूडेंट्स कैट और मैट एग्जाम क्लियर करने के बाद एमबीए कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। इसके बाद ब्रांड मैनेजमेंट में स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं। कई इंस्टीट्यूट ब्रांड मैनेजमेंट में डिप्लोमा कोर्स भी ऑफर कर रहे हैं। इसकी अवधि एक वर्ष है।
मार्केटिंग में एमबीए करने के बाद भी ब्रांड मैनेजमेंट में करियर बनाया जा सकता है। ब्रांड मैनेजमेंट कोर्स के अंतर्गत कई एरिया आते हैं। जैसे- प्रिंसिपल ऑफ ब्रांड मैनेजमेंट, मार्केट रिसर्च, एनालिलिस ऑफ मार्केटिंग ट्रेंड, कंज्यूमर डिमांड, ब्रांड लॉन्च ऐंड यूएसपी, ब्रांड रिसर्च, एडवरडाइजिंग ऐंड मार्केटिंग, ब्रांड प्रमोशन, डिस्ट्रीब्यूशन, पैकेजिंग ऐंड मार्केटिंग ऑफ ब्रांड।
खुल जाते हैं जॉब के रास्ते
करियर काउंसलर परवीन मल्होत्रा कहती हैं कि ब्रांड मैनेजमेंट कोर्स पूरा करने के बाद स्टूडेंट्स के लिए कई रास्ते खुल जाते हैं। वे प्रोडक्ट मैनेजर या ब्रांड डेवलपमेंट मैनेजर के रूप में कार्य की शुरुआत कर सकते हैं।
आमतौर पर कोर्स पूरा करने का बाद स्टूडेंट्स का प्लेसमेंट हिंदुस्तान लीवर, मंहिद्रा ऐंड मंहिद्रा, गोदरेज, सन फार्मा, आदित्य बिरला ग्रुप, रिलायंस, डाबर, बजाज, एफएमसीजी कंपनी, नेसले, सिप्ला, कोका-कोला, फार्मास्युटिकल कंपनी, हेल्थकेयर आदि में हो जाती है।
इन दिनों फार्मा सेक्टर में ब्रांड मैनेजमेंट से जुडे लोगों की खूब मांग देखी जा रही है। पिरामल हेल्थकेयर, हिमाचल प्रदेश में क्वालिटी कंट्रोल के हेड शैलेंद्र कुमार कहते हैं कि फार्मा इंडस्ट्री में ब्रांड मैनेजमेंट से जुडे लोगों के लिए करियर इसलिए भी बेहतर है, क्योंकि फार्मा कंपनियां कोई न कोई प्रोडक्ट आए दिन मार्केट में उतारती ही रहती हैं। खासकर जब कोई नया प्रोडक्ट मार्केट में उतारा जाता है, तो बिक्री बढाने और प्रमोशन के लिए ब्रांड मैनेजर की जरूरत होती ही है।
कम्युनिकेशन स्किल
ब्रांड से जुडे लोगों का काम प्रोडक्ट की छवि को मार्केट में बेहतर बनाने का होता है, इसलिए अच्छी कम्युनिकेशन स्किल की जरूरत होती है। साथ ही, मार्केट की स्थिति को भांपते हुए हर वक्त एलर्ट रहना चाहिए।
सफल ब्रांड मैनेजर बनने के लिए क्रिएटिव माइंडेड होना बेहद जरूरी है। इसके अलावा, मार्केट रिसर्च, एनालिसिस, सेल्स और प्रमोशनल प्लानिंग जैसी स्किल भी जरूरी है।
आकर्षक सैलरी
ब्रांड मैनेजर की जॉब काफी शानदार होती है और इस पर कंपनी का काफी दारोमदार होता है। यही वजह है कि इनकी सैलरी भी काफी अच्छी होती है। शुरुआती दौर में आपकी सैलरी 10 से 15 हजार रुपये हो सकती है। लेकिन अनुभव और कामयाबी हासिल करने के बाद आपकी कमाई लाखों में पहुंच सकती है।
प्रमुख संस्थान
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (कोलकाता, अहमदाबाद, बेंगलुरु, लखनऊ, इंदौर)
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस ऐंड मैनेजमेंट, रांची
सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, पुणे
एसपी जैन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ऐंड रिसर्च, मुंबई
जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ऐंड रिसर्च ऐंड इंटरप्रेन्योरशिप, बेंगलुरु
इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, भुवनेश्वर
एमपी बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, बेंलगुरु
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग मैनेजमेंट, नई दिल्ली
भारतीय विद्या भवन, कोलकाता
सुनील अभिमन्यु
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