1. जीएस यानी सामान्य अध्ययन में पूछे जाने वाले 150 प्रश्नों की तैयारी के लिए मुख्यतया एनसीईआरटी की नौवीं से 12वीं तक की विभिन्न विषयों की किताबों के अलावा एनबीटी से प्रकाशित विपिन चंद्र की भारत का स्वतंत्रता संघर्ष, डीडी बसु की भारतीय संविधान तथा समसामयिकी पर आधारित मासिक पत्रिका का नियमित रूप से अवलोकन करें।
2. वैकल्पिक विषय की तैयारी के साथ-साथ हर रोज सामान्य अध्ययन की तैयारी के लिए कम से कम दो से तीन घंटे का समय अवश्य दें।
3. प्रश्नों के पैटर्न को समझने के लिए पिछले करीब पांच वर्षो के पेपर्स का अच्छी तरह अवलोकन करने के अलावा उन्हें हल भी करें, ताकि आपको अपनी तैयारी का सही-सही अंदाजा हो सके।
4. जीएस पेपर में अधिक से अधिक स्कोर करने के लिए निर्धारित समय सीमा के भीतर मॉडल प्रैक्टिस सेट का जमकर अभ्यास करें। इसके बाद उसका मूल्यांकन करें और जिस क्षेत्र में आपको अपनी कमजोरी का पता चले, उसे दूर करने का प्रयास करें।
5. चूंकि प्रारंभिक परीक्षा में निगेटिव मार्किग भी लागू है, इसलिए सिर्फ अंदाज के आधार पर प्रश्नों के उत्तर कतई न दें। अगर किसी प्रश्न के चार वैकल्पिक उत्तरों में से कोई उत्तर स्पष्ट न हो रहा हो, तो उस पर अधिक माथापच्ची करने की बजाय कोशिश यह करें कि जो जवाब पहली नजर में आपको ठीक लगे, उसे ही टिक करें। हां, इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि ऐसा बार-बार न दोहराया जाए।
(लेखक दिल्ली स्थित डिस्कवरी आईएएस के डायरेक्टर हैं)
Comments
All Comments (0)
Join the conversation