विभिन्न बैंकों में इन दिनों काफी रिक्तियां निकल रही हैं। हाल ही में भारतीय स्टेट बैंक ने अपनी अलग-अलग शाखाओं में प्रोबेशनरी ऑफिसर (पीओ) पदों के लिए आवेदन-पत्र आमंत्रित किया है। यदि आपने अपना लक्ष्य बैंक में जाने का बनाया है, तो यह आपके लिए बेहतर अवसर हो सकता है। इसमें कुल पदों की संख्या 1717 है। ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 जनवरी तथा परीक्षा की तिथि 7 मार्च, 2010 है।
क्वालीफिकेशन
एसबीआई में पीओ बनने के लिए जरूरी है कि अभ्यर्थी ने मान्यताप्राप्त बोर्ड या संस्थान से 12वीं में कम से कम 60 प्रतिशत या ग्रेजुएशन में कम से कम 55 प्रतिशत मार्क्स हासिल किए हों। वहीं एससी, एसटी के लिए 12वीं में 55 प्रतिशत और ग्रेजुएशन में 50 प्रतिशत अंक जरूरी हैं।
उम्र सीमा
जनरल कैंडिडेट के लिए न्यूनतम उम्र 21 और अधिकतम 30 वर्ष होनी चाहिए। ओबीसी, एससी, एसटी तथा विकलांग अभ्यर्थियों को अधिकतम उम्र-सीमा में सरकारी नियमानुसार छूट का प्रावधान है।
सेलेक्शन प्रोसीजर
इसमें दो फेज में परीक्षा होगी। प्रथम फेज के अंतर्गत एक लिखित परीक्षा होगी, जिसमें ऑब्जेक्टिव और डिसक्रिप्टिव टाइप के प्रश्न रहेंगे। वस्तुनिष्ठ परीक्षा में टेस्ट ऑफ इंग्लिश लैंग्वेज, टेस्ट ऑफ जनरल अवेयरनेस, मार्केटिंग ऐंड कम्प्यूटर्स, टेस्ट ऑफ डाटा एनालिसिस ऐंड एंटरप्रिटेशन और टेस्ट ऑफ रीजनिंग से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। इसके लिए दो घंटे निर्धारित हैं।
डिसक्रिप्टिव परीक्षा के अंतर्गत टेस्ट ऑफ इंग्लिश लैंग्वेजेज की परीक्षा होगी। इसमें कॉम्प्रिहेंसन, लेटर राइटिंग ऐंड एस्से से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। इसके लिए एक घंटा निर्धारित है। अभ्यर्थी को ऑब्जेक्टिव टाइप की परीक्षा में कम से कम 40 प्रतिशत अंक लाना जरूरी है। जिस अभ्यर्थी के 40 प्रतिशत से कम अंक होंगे, उसकी कॉपी नहीं जांची जाएगी। मेरिट लिस्ट दोनों परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर बनाई जाएगी। जो अभ्यर्थी मेरिट लिस्ट में आएंगे, उन्हें ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। जीडी और इंटरव्यू में भी कम से कम 40 प्रतिशत अंक जरूरी हैं।
अपनाएं स्ट्रेटेजी
एनएसबी के चंदन कुमार सिंह कहते हैं कि ऑब्जेक्टिव टाइप की परीक्षा में यदि प्रश्नों को तेजी और शुद्धता से हल करने की आदत नहीं है, तो अधिकांश प्रश्नों का जवाब दे पाना संभव नहीं है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए अधिक से अधिक संख्या में प्रश्नों को हल करने का अभ्यास करें और शुद्धता का भी पूरा ध्यान रखें। चूंकि प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकार के होते हैं, इसलिए उन्हें शॉर्टकट फार्मूले से हल करने का प्रयास करें। सभी खंडों पर बराबर ध्यान दें।
चंदन कहते हैं कि मैथ्स के लिए अभ्यास महत्वपूर्ण है, लेकिन अभ्यास करते समय इस बात का ध्यान रखें कि प्रश्न की प्रकृति अलग-अलग हो। इससे फायदा यह होगा कि आप कम समय में बेहतर तैयारी कर पाएंगे। मैथ्स के प्रश्न सॉल्व करते समय सबसे जरूरी यह है कि कॉमन सेंस का सहारा लें। उदाहरण के लिए यदि आपसे पूछा जाता है कि 48 गुणा 12 का हल कितना होता है, तो आप अनुमान लगाते हैं कि इसका उत्तर पांच सौ के अंदर होगा और उत्तर पांच हजार हो जाता है, तो जरूरी है कि आप फिर से चेक कर लें।
रीजनिंग और न्यूमेरिकल के लिए विश्वसनीय पुस्तक पढने के अलावा पत्रिकाओं की मदद से प्रैक्टिस सेट हल करें। अंग्रेजी की तैयारी के लिए अंग्रेजी ग्रामर पढने के साथ ही शब्द भंडार को अधिक से अधिक बढाने की कोशिश करें। इस बात का ध्यान रखें कि यदि परीक्षा में सफल होना है, तो पहले ही आपकी तैयारी पूर्ण होनी चाहिए। यदि कुछ कमी है, तो उसे समय रहते अवश्य दूर कर लें। चूंकि रिक्तियों से बहुत अधिक अभ्यर्थी परीक्षा में बैठते हैं, इसलिए आपके लिए जरूरी है कि आप अपनी कमियों को समय रहते दूर कर लें।
यदि लिखित परीक्षा में सफल होते हैं, तो आपको ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। ग्रुप डिस्कशन सामूहिक वार्तालाप है, जिसके माध्यम से किसी एक टॉपिक पर आपके विचार जानने की कोशिश की जाती है। इसके माध्यम से आपके बोलने का तरीका तथा शारीरिक हाव-भाव को परखा जाता है। इसमें चार या पांच लोगों का एक ग्रुप बनाया जाता है। किसी एक प्रश्न पर सभी को अपना विचार देने के लिए कहा जाता है।
चंदन कहते हैं कि इसमें सफल होने के लिए जरूरी है कि पहले प्रश्न को अच्छी तरह समझें और आपके साथी जो उत्तर दे रहे हैं, उससे अलग और बेहतर उत्तर देने की कोशिश करें। अक्सर देखा जाता है कि ग्रुप डिस्कशन मूल उद्देश्य से हटकर बहस का रूप ले लेती है। आपका उद्देश्य बहस को न बढाकर तार्किक उत्तर देने का होना चाहिए। ग्रुप डिस्कशन के बाद इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। इसमें आपके व्यक्तित्व को परखा जाएगा। यदि इसमें भी आप सफल होते हैं, तो आपका चयन इस पद के लिए कर लिया जाएगा।
मुख्य बातें
प्रश्नों को जल्द हल करने की ट्रिक डेवलप करें।
फार्मूलों के ऐप्लिकेशन पर खास ध्यान दें।
एक क्षेत्र के फॉर्मूले को दूसरे में अप्लाई करने का प्रयास करें।
प्रश्नों को पूरी तरह पढने के बाद ही उत्तर दें।
आप सभी पेपर के लिए समय निर्धारित कर लें तथा उसी के अनुरूप तैयारी करें।
जो विषय कमजोर है, उसके लिए अन्य विषयों की अपेक्षा अधिक समय दें।
अंग्रेजी दुरुस्त करने के लिए ग्रामर पढें।
प्रश्नों का पैटर्न समझने के लिए सभी बैंकों में पूछे गए पिछले दस वषरें के प्रश्नों को हल करने की कोशिश करें।
रीजनिंग की तैयारी के लिए विश्वसनीय पुस्तक से अभ्यास करें।
कोई एक नेशनल अखबार पढने की आदत डालें।
टीवी व रेडियो के माध्यम से देश-विदेश में घटित घटनाओं पर पैनी नजर रखें।
विजय झा
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