बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स में डिग्री हासिल करने के बाद स्टूडेंट्स कॉर्पोरेट दुनिया में मैनेजमेंट के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने में एक्सपर्ट हो जाते हैं. यह डिग्री स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल्स को बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और मैनेजेरियल फंक्शन को प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए आवश्यक वर्क स्किल्स प्रदान करती है.
योग्यता के स्तर और इंडस्ट्री में प्राप्त अनुभव के आधार पर बिजनेस स्टडीज प्रोफेशनल्स निम्नांकित जॉब कर सकते हैं.
ग्रेजुएट्स का जॉब प्रोफाइल
पोस्ट ग्रेजुएट्स का जॉब प्रोफाइल
पीएचडी डिग्री होल्डर्स का जॉब प्रोफाइल
बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन का परिचय
बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स उम्मीदवारों को विशेष रूप से कॉर्पोरेट दुनिया के मैनेजमेंट के क्षेत्र में प्रवेश करने की कला सिखाता है.यह डिग्री बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और मैनेजेरियल फंक्शन को प्रभावी ढंग से चलाने के लिए आवश्यक स्किल्स प्रदान करती है. बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के अंतर्गत ही बीबीए और एमबीए जैसे आकर्षक प्रोफेशनल कोर्सेज किये जाते हैं और इन कोर्सेज के जरिये विभिन्न तरह के जॉब के ऑप्शन मिलते हैं. इस फील्ड में अच्छा करने के लिए स्टूडेंट्स में लीडरशिप क्वालिटी,डिसीजन मेकिंग स्किल्स और प्रभावी कम्युनिकेशन स्किल अवश्य होना चाहिए.
बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन सब्जेक्ट्स और सिलेबस
जहां तक बिजनेस मैनेजमेंट स्पेशलाइजेशन का संबंध है, हर इंस्टीट्यूट इसके लिए विभिन्न मॉड्यूल या विषयों की पेशकश करते है, लेकिन आम तौर पर कुछ सामान्य मॉड्यूल होते हैं जिन्हें सामान्यतः विभिन्न यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों के सिलेबस में शामिल किया जाता है.
बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन स्पेशलाइजेशन के प्रमुख विषय
भारतीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार दोनों से भारत में कुछ ऐसे लोकप्रिय ब्रांड हैं जो बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन प्रोफेशनल्स को आकर्षक नौकरी का अवसर प्रदान करते हैं. उनमें से कुछ हैं:
भारत में बिजनेस एडमिनिस्ट्रेटर का जॉब प्रोफाइल
एक बिजनेस एडमिनिस्ट्रेटर का प्राथमिक कार्य यह सुनिश्चित करना होता है कि कोई भी फर्म आवंटित संसाधनों के अनुसार कुशलता पूर्वक तथा प्रभावी ढंग से कार्य कर रहा है या नहीं. बिजनेस एडमिनिस्ट्रेटर टॉप मैनेजमेंट और लोवर लेवल के एम्प्लॉयी के बीच एक लिंक का कार्य करते हैं. वे इस बात की निगरानी करते हैं कि कोई भी बिजनेस या कंपनी निर्धारित समय पर अपने उद्देश्यों तथा लक्ष्यों को प्राप्त करने में सक्षम हैं या नहीं.
देश-दुनिया के सभी कारोबारों के लिए हरेक फर्म या कंपनी में फाइनेंस, मार्केटिंग, ह्यूमन रिसोर्स और लॉजिस्टिक समेत कई अन्य विभाग कार्य करते हैं ताकि संबद्ध बिजनेस सुचारू रूप से चलता रहे.
बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स का उद्देश्य स्टूडेंट्स और यंग प्रोफेशनल्स में इन विभागों के संचालन के लिए आवश्यक वर्किंग स्किल्स तथा योग्यताओं की समझ विकसित करना है ताकि जब ये प्रोफेशनल्स कार्पोरेट जगत में अपना करियर शुरू करें तो वहां सभी तौर तरीके और वर्क कल्चर का उन्हें पता हो. वे अपने सभी कार्य बिना किसी कठिनाई के पूरे कर सकें और उनकी करियर ग्रोथ लगातार हो सके. बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में सभी संबंधित कार्यों की निगरानी को शामिल किया जाता है. समुचित बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन से प्रत्येक कंपनी हमेशा लाभ कमा सकती है. इसलिए, इस आर्टिकल में हम इंडियन स्टूडेंट्स के लिए बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में उपलब्ध विभिन्न करियर ऑप्शन्स के बारे में चर्चा कर रहे हैं:
अगर स्टूडेंट्स मनचाहे इंस्टीट्यूट में एडमिशन चाहते हैं तो उस इंस्टीट्यूट या यूनिवर्सिटी के एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करते हैं, तो उन्हें उस इंस्टीट्यूट का एंट्रेंस एग्जाम देना जरुरी है.तो आइए उन सामान्य नियमों और शर्तों को जानने की कोशिश करते हैं जिसे उम्मीदवार द्वारा विभिन्न लेवल पर बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन पाठ्यक्रमों में एडमिशन लेने के लिए पूरा करना होगा.
ग्रेजुएशन
बीबीए में एडमिशन के लिए उम्मीदवार को अनिवार्य विषय के रूप में अंग्रेजी के साथ कुल 50 % अंकों (एससी / एसटी / डब्ल्यूडब्ल्यू / शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण श्रेणियों के लिए 45%) सहित 10 + 2 या समतुल्य परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए
पोस्ट ग्रेजुएशन
यदि उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या इंस्टीट्यूट से न्यूनतम 50% कुल प्रतिशत के साथ ग्रेजुएशन या बीबीए की डिग्री है तो वे पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स यानी एमबीए के लिए आवेदन कर सकते हैं.
डॉक्टरेट कोर्स
डॉक्टरेट की डिग्री के लिए उम्मीदवार के पास प्रासंगिक विषय में कम से कम 50% अंकों के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए.
10 + 2 के सफल समापन के बाद बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स किया जा सकता है. यह स्ट्रीम उम्मीदवारों में किसी ऑर्गनाइजेशन को चलाने के लिए सभी आवश्यक स्किल्स की जानकारी प्रदान करने के साथ साथ मार्केट को समझने की अंतर्दृष्टि प्रदान करता है. इसके अंतर्गत निम्नांकित कोर्सेज कराये जाते हैं.
अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज
बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन स्ट्रीम में अंडरग्रेजुएट की डिग्री को बीबीए या बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के ग्रेजुएट्स के रूप में जाना जाता है. इस डिग्री की अवधि अधिकतम तीन वर्ष है और इसे छह सेमेस्टर में विभाजित किया गया है.
पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज
बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन डोमेन में पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री / डिप्लोमा को मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) के रूप में जाना जाता है. इस डिग्री की अवधि अधिकतम 2 वर्ष है और इसे 4 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है.एमबीए एक बहुत ही लोकप्रिय पाठ्यक्रम है जो उम्मीदवार को अन्य स्पेशलाइजेशन जैसे फायनांस, ऑपरेशन मैनेजमेंट, सप्लाई चेन मैनेजमेंट, मार्केटिंग मैनेजमेंट जैसे विषयों में अपनी रूचि के अनुसार आगे पढ़ने का मौका प्रदान करता है.
डॉक्टरेट प्रोग्राम्स
बिजनेस मैनेजमेंट के फील्ड में डॉक्टरेट प्रोग्राम को पीएचडी के रूप में जाना जाता है. बिजनेस स्टडीज में विभिन्न मैनेजमेंट यूनिवर्सिटीज इस प्रोग्राम्स को तीन से पांच साल के समय में कराती हैं.
संपूर्ण एडमिशन के दौरान किसी ऐसे आदर्श बी-स्कूल का चुनाव करना जो करियर के विकास में उनका पथ प्रदर्शक बन सके,वास्तव में बहुत कठिन निर्णयों में से एक है. भारत के विभिन्न बी-स्कूल तथा यूनिवर्सिटी बिजनेस स्टडी स्पेशलाइजेशन का कोर्स कराते हैं. नीचे भारत के कुछ टॉप बिजनेस स्कूल्स की लिस्ट दी गयी है.
भारत में बिजनेस स्टडीज में करियर ऑप्शन्स
इंडस्ट्री में बिजनेस स्टडीज ग्रेजुएट्स के लिए कई करियर विकल्प मौजूद हैं. चाहे वह बैंकिंग क्षेत्र, फायनांस, मार्केटिंग, स्टॉक एक्सचेंज या फिर बीपीओ हों, प्रत्येक इंडस्ट्री में बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन प्रोफेशनल्स के लिए अवश्य ही कोई न कोई वेकेंसी रहती ही है.
किसी भी करियर का चुनाव करते समय सैलरी एक मुख्य फैक्टर होता है. अगर करियर के रूप में बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की बात की जाय तो इस फील्ड में काम के आधार पर बहुत अच्छा पैकेज मिलता है. प्रारंभिक अवस्था में फ्रेशर को प्रति वर्ष लगभग 2 लाख 34 हजार से 2 लाख 75 हजार रुपये औसतन मिलते हैं. 5-9 वर्ष तक अनुभव वाले बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन ग्रेजुएट्स प्रति वर्ष लगभग 5 लाख 10 हजार से 5 लाख 71 हजार रुपये औसतन कमा सकते हैं.पोस्ट ग्रेजुएट्स उम्मीदवार प्रति वर्ष 3 से 4 लाख औसत वेतन की उम्मीद कर सकते हैं. इस इंडस्ट्री में 5-9 वर्ष का अनुभव प्राप्त करने के बाद प्रति वर्ष 7-10 लाख तक की कमाई की जा सकती है.
एंट्रेंस एग्जाम कॉलेज / इंस्टीट्यूट में एडमिशन लेने की दिशा में उम्मीदवार का पहला कदम होता है. नीचे कुछ एग्जाम की सूची दी गई है जिसमें अपनी योग्यता,इच्छा तथा आवश्यकता के अनुरूप उम्मीदवार भाग ले सकते हैं-
अंडर ग्रेजुएट कोर्स के लिए :
पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज के लिए:
पीएचडी कोर्सेज के लिए